ईवीएम पर उठ रहे सवालों के बीच चुनाव आयोग ने शुक्रवार को राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की. इस मीटिंग में 7 राष्ट्रीय पार्टियों और 48 क्षेत्रीय पार्टियों में से 35 पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
मीटिंग में ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर हैकिंग की परिभाषा पर बहस हुई. चुनाव आयोग ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल हुई ‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों' से छेड़छाड़ को साबित करने के लिए वो पार्टियों को एक मौका देगा.
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा-
आयोग पार्टियों को यह दिखाने का अवसर देगा कि हालिया चुनाव में इस्तेमाल हुए ईवीएम से छेड़छाड़ हुई थी या चुनाव के दौरान सख्त तकनीकी और प्रशासनिक सुरक्षा होने के बावजूद ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है. किस तारीख को ये होगा ये चुनाव आयोग बाद में निर्धारित करेगा.
हालांकि, उन्होंने बैठक की शुरुआत में प्रस्तावित चुनौती के लिए कोई तारीख नहीं बताई है.
वहीं ईवीएम से छेड़छाड़ की संभावना को लेकर कुछ विपक्षी दलों की अगुवाई कर रही आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि ‘हैकाथन' आयोजित करने के प्रस्ताव को आयोग ने खारिज कर दिया है.
अब से VVPAT का होगा इस्तेमाल
चुनाव आयोग ने कहा है कि भविष्य में होने वाले सभी चुनावों में वीवीपीएटी मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा. मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने इस बात की जानकारी दी है.
कोई पार्टी हमारी ‘खास’ नहीं: चुनाव आयोग
मीटिंग में नसीम जैदी ने कहा कि पार्टियों को इस बात से सहमत होना चाहिए कि चुनाव आयोग का कोई पसंदीदा नहीं है. हम सभी पार्टियों और संगठनों से समान दूरी बना कर रखते हैं. ये हमारा संवैधानिक और नैतिक कर्तव्य है. दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने दो चुनाव आयुक्तों ए के ज्योति और ओपी रावत की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए थे, इसी संबंध में नसीम जैदी का ये टिप्पणी आई है.
इससे पहले चुनाव आयोग ने ईवीएम मशीन पर प्रेजेंटेशन दी और ईवीएम के सिक्योरिटी फीचर्स पर एक रिपोर्ट पेश की है.
चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक में बीजेपी से भूपेन्द्र यादव, जेडीयू से केसी त्यागी, आम आदमी पार्टी से मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, एनसीपी से डीपी त्रिपाठी और बीएसपी से सतीश चंद्र मिश्र शामिल हुए थे.
बता दें कि ईवीएम में लोगों का विश्वास खत्म हो जाने का दावा करते हुए 16 पार्टियों ने आयोग से बैलेट के जरिए चुनाव कराने की व्यवस्था की ओर लौटने का अनुरोध किया था. प्रस्तावित बैठक से कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में एक वोटिंग मशीन की हैकिंग को प्रदर्शित किया था.
पार्टी ने इस प्रदर्शन के लिए ईवीएम की एक डमी का इस्तेमाल किया था. हालांकि, चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह ईवीएम जैसा दिखता है, लेकिन वह चुनाव आयोग का ईवीएम नहीं है.
आयोग ने पिछले हफ्ते एक बयान में कहा था, ‘‘ईवीएम और वीवीपीएटी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए चुनाव आयोग ने 12 मई को नई दिल्ली में सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक पार्टियों की एक बैठक बुलाई है.
-भाषा से
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