कई घंटों की मशक्कत के बाद आखिरकार किसान राजधानी दिल्ली पहुंच चुके हैं. जहां बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड पर उनका प्रदर्शन जारी है. यहां पहुंचने वाले किसानों के पहले जत्थे से क्विंट ने बातचीत की और जाना कि 25 नवंबर से लेकर 27 नवंबर तक का उनका सफर कैसा रहा. बातचीत में एक किसान ने बताया कि वाटर कैनन से जो पानी उनकी ओर फेंका गया वो नाले का था.
किसानों ने बताया क्या-क्या झेलना पड़ा
किसान आंदोलन में शामिल और दिल्ली के बुराड़ी पहुंचने वाले अमनदीप ने क्विंट से बातचीत में बताया कि पुलिस ने उनके साथ ऐसा बर्ताव किया, जैसे कि वो किसी बाहरी देश से हैं. उन्होंने कहा, पुलिस ने हमारे ऊपर नाले का गंदा पानी फेंका. क्या किसी हिंदुस्तानी के साथ ऐसा बर्ताव सही है. क्या हम कोई विदेशी हैं, जो हमारे साथ ऐसा किया गया.
किसानों ने आरोप लगाया कि उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं, आंसू गैस के गोले छोड़े और ठंडा पानी डाला. इस दौरान सभी किसान एक बात पर अड़े रहे कि वो किसी भी कीमत पर केंद्र के कृषि कानूनों को नहीं मानेंगे. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द केंद्र इन कानूनों को वापस ले.
बॉर्डर पर रोके गए थे किसान
बता दें कि किसानों ने 25 नवंबर को ही घरों से चलना शुरू कर दिया था. जिसके बाद 26 नवंबर को दिल्ली में आंदोलन का आह्वाहन किया गया था. लेकिन बॉर्डर पर पहले से ही राज्यों ने पुलिस बल तैनात कर दिया था. जिसने किसानों को वहीं रोक लिया. किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो लाठीचार्ज हुआ, आंसू गैस के गोले दागे गए और वाटर कैनन का इस्तेमाल हुआ. इस बीच दोनों तरफ से पत्थरबाजी भी देखने को मिली. तमाम आलोचनाओं के बाद सरकार ने किसानों को दिल्ली आने की इजाजत दे दी.
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