संविधान दिवस के मौके पर देश के हजारों किसानों ने दिल्ली चलो आंदोलन का आह्वाहन किया. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं तक पहुंचे, लेकिन उन्हें वहां रोक दिया गया. करीब 24 घंटे से ज्यादा वक्त तक वाटर कैनन, आंसू गैस और लाठियां झेलने के बाद अब आखिरकार किसानों को राजधानी में घुसने की इजाजत मिली है. किसान अब बुराड़ी के निरंकारी मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसानों का प्रदर्शन
3 कृषि कानून का विरोध
केंद्र सरकार से नाराज किसान
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पुलिस से झड़प के बाद सिंघु बॉर्डर पर किसान
पुलिस से झड़प होने के बाद सैकड़ों किसान सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर डटे हुए हैं. उनका कहना है कि वो 6 महीने का राशन साथ लेकर चले हैं.
बॉर्डर से हटने लगे बैरिकेड
पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर से अब पुलिस ने बैरिकेडिंग हटाना शुरू कर दिया है. अंबाला के एसपी का कहना है कि अब प्रदर्शन की इजाजत मिलने के बाद किसी भी किसान को नहीं रोका जाएगा.
खट्टर बोले- आंदोलन नहीं बातचीत करें किसान
हिरयाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि केंद्र हर मदद के लिए तैयार है. किसान आंदोलन से नहीं बल्कि बातचीत के तरीके से केंद्र सरकार तक अपनी बात पहुंचाएं.
हरियाणा से दिल्ली में एंट्री कर रहे किसान
किसान प्रदर्शनकारियों ने इजाजत मिलने के बाद अब दिल्ली में प्रवेश करना शुरू कर दिया है. सैकड़ों की संख्या में किसान बुराड़ी के निरंकारी मैदान में पहुंच रहे हैं.