प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने SAARC देशों को कोरोनावायरस से लड़ने के लिए मजबूत रणनीति बनाने की सलाह दी है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर इन देशों से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा था. पीएम की इस सलाह को चार देशों ने सराहा है. मालदीव, श्रीलंका, नेपाल और भूटान ने पीएम मोदी की सलाह का स्वागत किया है.
मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मुहम्मद सोलिह ने पीएम मोदी को ये सलाह देने के लिए शुक्रिया कहा है. सोलिह ने ट्वीट किया, " पीएम मोदी का ये मुहिम छेड़ने का शुक्रिया. Covid 19 को हराने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है."
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे ने पीएम मोदी के प्रस्ताव को 'महान इनिशिएटिव' बताया है.
श्री नरेंद्र मोदी का इस महान इनिशिएटिव के लिए शुक्रिया. #LKA चर्चा में जुड़ने के लिए तैयार है और हमने जो सीखा है उसे साझा करने और SAARC सदस्यों से सीखने को तैयार है.गोटाबया राजपक्षे, श्रीलंका के राष्ट्रपति
पीएम मोदी की सलाह को भूटान के प्रधानमंत्री लोते शेरिंग ने 'लीडरशिप' का उदाहरण बताया. शेरिंग ने ट्विटर पर लिखा, "इसे कहते हैं लीडरशिप. ऐसे समय में हमें साथ आने की जरूरत है. मुझे कोई संदेह नहीं है कि आपकी लीडरशिप में जल्द ही कुछ प्रभावी नतीजे मिलेंगे."
वहीं, नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने पीएम मोदी की सलाह का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी सरकार SAARC सदस्यों के साथ काम करने को तैयार है.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी थी सलाह
पीएम मोदी ने SAARC देशों को कोरोनावायरस पर रणनीति बनाने की सलाह देते हुए दो ट्वीट किए थे. पहले में उन्होंने कहा, "हमारा ग्रह COVID19 नॉवेल कोरोनावायरस से जूझ रहा है. विभिन्न स्तरों पर, सरकारें और लोग इसका मुकाबला करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. दक्षिण एशिया, जहां दुनियाभर से आए लोग रहते हैं, उसे यह तय करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए कि हमारे लोग स्वस्थ रहें."
अपने अगले ट्वीट में पीएम मोदी ने दुनिया के सामने मिसाल पेश करने की बात कही. पीएम ने कहा कि वो दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) देशों की लीडरशिप से कहना चाहता हैं कि कोरोनावायरस से लड़ने के लिए एक मजबूत रणनीति तैयार करें.
भारत में 81 केस
भारत में कोरोनावायरस के 81 कन्फर्म केस सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इन मामलों में से 64 भारतीय, 16 इटालियन और 1 कैनेडियन हैं.
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