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पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत पर BJP या कांग्रेस, किसके आंकड़े सटीक? 

पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर BJP और कांग्रेस में किसका आंकड़ा सटकी,कीमतों की कहानी सही तरीके से बता रहा है क्विंट हिंदी

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बीजेपी और कांग्रेस के बीच डीजल-पेट्रोल की कीमतों को लेकर सड़क से लेकर सोशल मीडिया में लड़ाई छिड़ी हुई है. कांग्रेस के 'भारत बंद' के बाद बीजेपी ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक चार्ट शेयर किया. इसमें आंकड़ों के जरिए समझाया गया है कि कैसे 2004 से लेकर अब तक पेट्रोल की कीमतों में बदलाव आया. लेकिन बीजेपी ने अपने चार्ट में कच्चे तेल की कीमतों का ब्योरा नहीं दिया था.

ठीक इस चार्ट के बाद कांग्रेस का भी चार्ट आया, जिसमें क्रूड ऑयल की कीमतों का भी ब्योरा था.

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दरअसल, देश में ज्यादातर क्रूड ऑयल (कच्चा तेल) इंपोर्ट किया जाता है. इसकी कीमतें अंतरराष्ट्रीय भाव के हिसाब से हर रोज तय होती हैं. इसके बाद एक्साइज, वैट वगैरह टैक्स लगने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमत आपके लिए तय की जाती है.

ऐसे में जानते हैं कि बीजेपी और कांग्रेस में किसका आंकड़ा, बढ़ती कीमतों की कहानी सही तरीके से बता रहा है-

कांग्रेस Vs BJP

बीजेपी ने अपना स्टैंड रखते हुए ये दिखाया कि 16 मई 2009 से लेकर 16 मई 2014 तक यानी जब कांग्रेस की सरकार थी, तब 5 साल में, पेट्रोल की कीमतों में 75.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. कीमत 40.62 रुपये से बढ़कर 71.41 रुपये तक पहुंच गई.

लेकिन बीजेपी शासन में 16 मई 2014 से लेकर 10 सितंबर 2018 तक ये बढ़ोतरी 13 फीसदी ही रही. 71.41 रुपये से बढ़कर 80.73 रुपये तक पहुंची.

बीजेपी ये साफ करना चाहती थी कि उसके राज में जो बढ़ोतरी हुई है वो कांग्रेस से कम है.

लेकिन यहां एक कमी रह गई. बीजेपी ने तब के और अब के क्रूड ऑयल की कीमतें नहीं बताई.

ये कसर तुरंत कांग्रेस ने पूरी की. कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक नया चार्ट ट्वीट किया गया. ये चार्ट बीजेपी के चार्ट की ही तरह दिख रहा है. बस अंतर ये है कि इसमें क्रूड ऑयल की कीमतों का भी ब्योरा था. कांग्रेस ने बताया-

16 मई 2009 से लेकर 16 मई 2014 के बीच जब पेट्रोल की कीमत 40.62 रुपये से बढ़कर 71.41 रुपये हुई, उस दौरान कच्चे तेल की कीमत करीब 84 फीसदी बढ़े. 
कच्चे तेल की कीमत 58 डॉलर से बढ़कर 107 डॉलर हो गई.

वहीं बीजेपी सरकार में यानी 16 मई 2014 से 10 सितंबर 2018 के बीच कच्चे तेल के दाम 34 फीसदी कम हो गए. 107 डॉलर से घटकर 71 डॉलर पर पहुंच गई, इसके बावजूद भी पेट्रोल के दाम में इजाफा हुआ और 71 से बढ़कर ये 80 के पार पहुंच गया.

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