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चीन से झड़प में सेना के अफसर और दो जवान शहीद, उधर भी हताहत

भारत और चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवाद है

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चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना ने 16 जून को बताया कि गलवान घाटी में बीती रात (चीन से) एक हिंसक झड़प हुई, इस झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी और 2 जवान शहीद हो गए. सेना ने बताया कि स्थिति को शांत करने के लिए दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी बातचीत कर रहे हैं.

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न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सेना ने कहा है कि झड़प में दोनों पक्षों से (सैनिक/अधिकारी) हताहत हुए हैं.

भारत और चीन के हालिया विवाद की बात करें तो पूर्वी लद्दाख में 5 मई की शाम चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी जो अगले दिन भी जारी रही, जिसके बाद दोनों पक्ष अलग हुए. हालांकि, गतिरोध जारी रहा.

इसी तरह की घटना उत्तरी सिक्किम में नाकू ला दर्रे के पास 9 मई को भी हुई जिसमें भारत और चीन के सैनिक आपस में भिड़ गए. दोनों देशों के सैनिकों के बीच 2017 में डोकलाम में 73 दिन तक गतिरोध चला था.

हालिया गतिरोध शुरू होने की वजह पेंगोंग झील के आसपास फिंगर क्षेत्र में भारत की तरफ से एक अहम सड़क निर्माण के खिलाफ चीन का विरोध जताया जाना माना जा रहा है.

गलवान घाटी में दरबुक-शायोक-दौलत बेग ओल्डी मार्ग को जोड़ने वाली एक और सड़क के निर्माण पर भी चीन के विरोध को लेकर विवाद है. भारत और चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवाद है.

आर्मी चीफ ने हाल ही में कही थी स्थिति काबू में होने की बात

आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने 13 जून को भरोसा दिलाया था कि चीन के साथ सीमा पर पूरी स्थिति काबू में है. इसके साथ ही उन्होंने कहा था, ''हम बातचीत का सिलसिला चला रहे हैं, जो कॉर्प्स कमांडर स्तर की बातचीत के साथ शुरू हुआ था.'' उन्होंने कहा था कि हमें उम्मीद है कि हमारे बीच लगातार हो रही इस बातचीत से विवाद का समाधान निकलेगा.

चीन के साथ विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को कहा था, ‘‘मैं यह आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम किसी भी परिस्थिति में राष्ट्रीय गौरव से समझौता नहीं करेंगे. भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में मजबूत हो गया है. भारत अब कमजोर देश नहीं रहा है, लेकिन यह ताकत किसी को डराने के लिए नहीं है. अगर हम अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं तो (ऐसा) अपने देश की सुरक्षा के लिए कर रहे हैं.’’

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