गाजियाबाद के कवि नगर इलाके में रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर और शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील की कर्मचारी दीप्ति सरना को अगवा करने वाला देवेंद्र, दीप्ति से एकतरफा प्यार करता था. वह बीते एक साल में 150 बार दीप्ति की रेकी कर चुका था और उसकी हर पसंद-नापसंद पर वह नजर रखता था.
यह सारी बातें गाजियाबाद पुलिस की तफ्तीश में सामने आई हैं. देवेंद्र ने यह कबूल कर लिया है कि उसने अपने 4 दोस्तों के साथ मिलकर दीप्ति को अगवा करने की साजिश रची थी.
मेट्रो में हुआ एकतरफा प्यार
देवेंद्र उर्फ लीलू उर्फ राजीव, हरियाणा के सोनीपत जिले का नामी क्रिमिनल है. देवेंद्र डेढ़ साल पहले कोर्ट में पेशी के दौरान फरार हो गया था. तभी से वह दिल्ली में था. देवेंद्र ने 24 साल की दीप्ति सरना को करीब एक साल पहले दिल्ली मेट्रो में देखा था. तभी से वह लगातार दीप्ति को फॉलो कर रहा था. आखिरकार 10 फरवरी को देवेंद्र ने वैशाली मेट्रो स्टेशन के बाहर से दीप्ति को अगवा कर लिया.
गाजियाबाद पुलिस को दिए अपने कबूलनामे में देवेंद्र ने कई दिलचस्प बातों से पर्दा उठाया. पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए कहा,
- गुड़गांव बेस्ड स्नैपडील के ऑफिस से गाजियाबाद में अपने घर लौटते वक्त देवेंद्र रोजाना दीप्ति का पीछा करता था.
- अपहरण के दिन भी ऐसा हुआ था.
- दीप्ति रात 8 बजे वैशाली मेट्रो स्टेशन पर उतरकर शेयरिंग ऑटो लेती थी, जिसके लिए देवेंद्र ने दो ऑटो खरीदे थे.
- दीप्ति सिर्फ लड़कियों वाले शेयरिंग ऑटो में बैठती है, मेट्रो से उतरकर अपने घर कॉल करती है और ऑटो से उतरकर अपने पिता या भाई के साथ घर जाती है, इसकी पूरी जानकारी देवेंद्र को थी.
- देवेंद्र ने दीप्ति को किडनैप करने का पूरा रूट पहले से प्लान कर रखा था, जिसमें उसने अपने दोस्त प्रदीप, फहीम और माजिद समेत 4 लोगों की मदद ली.
- साथियों को देवेंद्र ने बताया था कि लड़की हवाला के पैसे का काम करती है और उसे किडनैप करके लाखों का फायदा हो सकता है.
- किडनैपिंग में इस्तेमाल हुए ऑटो रिक्शा, स्विफ्ट और आई-10 कार ने ऐन मौके पर धोखा दे दिया. हालांकि हर सवारी का बैकअप देवेंद्र तैयार कर रखा था.
- पूछताछ में दीप्ति ने पुलिस को पहली बार जो जानकारी दी थी, वह पूरी तरह सही थी.
- किडनैपिंग के दौरान देवेंद्र दीप्ति को लेकर यूपी के खेड़ा हटाना और हरियाणा के कामी और सांदल कलां गांव में रुका.
- इस बीच दीप्ति के अपहरण का मामला यूपी के सीएम अखिलेश यादव तक पहुंचा, जिसकी वजह से पुलिस ने मामले में तेजी बरती. पुलिस की हर गतिविधि पर भी देवेंद्र नजर रख रहा था.
- बहरहाल पुलिस को करीब पहुंचता देख देवेंद्र ने 12 फरवरी की सुबह सोनीपत के सांदला कलां रेलवे स्टेशन से दीप्ति को दिल्ली की रेल में बैठा दिया.
- पुलिस की मानें, तो मोबाइल नेटवर्क के जरिए सभी आरोपियों को ट्रैक किया गया.
‘नेपाल तक ले जाना चाहता था अपनी लव स्टोरी’
दीप्ति सरना अपहरण केस की शुरुआती जांच में पुलिस को किसी करीबी के शामिल होने का शक था. लेकिन कहानी एकतरफा प्रेम की निकली. कहानी ऐसे प्रेमी की, जो बॉलीवुड की फिल्म डर से प्रेरित था. उसे लड़की को देखने की सनक थी.
पुलिस को दिए अपने इकबालिया बयान में देवेंद्र ने कहा कि वह अपनी क्रिमिनल लाइफ को खत्म करके दीप्ति से शादी करना चाहता था और शादी के बाद उसे नेपाल में ले जाकर रखने का इरादा था. पूरे मामले में पुलिस ने यह साफ किया है कि किडनैपिंग के पीछे फिरौती लेने का कोई प्लान नहीं था.
मनोरोगी है देवेंद्र
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक सारे आरोपी हरियाणा से पकड़े गए हैं. इनका मास्टरमाइंड देवेंद्र है, जिसके ऊपर 15 हजार का इनाम भी है. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि देवेंद्र एक मनोरोगी है. उसे लगता था कि यह लड़की उसके लिए ही बनी है. इसी दीवानेपन में दीप्ति को अगवा करने के बाद उसने किसी को उसे हाथ तक नहीं लगाने दिया. दीप्ति को इसकी कोई जानकारी नहीं थी.
बीए पास देवेंद्र है हिटलर का फैन
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि देवेंद्र बीए पास है. हिटलर की आत्मकथा इसे जुबानी याद है. वह अपने आपको चंगेज खान का शिष्य बताता है. वेस्टर्न हिस्ट्री के कई हीरो और विलेन से वह प्रभावित है.
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