गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में 60 नवजातों की मौत के एक साल पूरा हो चुका है. लखनऊ में एक कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी नहीं थी. अगर ऐसा होता, तो जो बच्चे वेंटिलेटर पर थे, उनकी मौत पहले होती. योगी ने दुर्घटना के लिए हॉस्पीटल की अंदरूनी राजनीति को जिम्मेदार ठहराया.
दुर्घटना के बाद मैंने तुरंत डीजी हेल्थ, हेल्थ मिनिस्टर और मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर को घटनास्थल पर पहुंच कर मुझे रिपोर्ट करने को कहा. अगले दिन मैंने अपना कार्यक्रम बनाया. खुद वहां पहुंचा. मैंने पाया कि ऑक्सीजन की कमी थी ही नहीं. अगर ऐसा होता तो वेंटिलेटर पर रखे गए बच्चों की मौत पहले होती. उनके स्वास्थ्य में पहले की तुलना में सुधार है.सीएम योगी आदित्यनाथ
अगस्त 2017 में 60 से ज्यादा बच्चों (जिनमें ज्यादातर नवजात थे) की मौत एक हफ्ते में हो गई थी. आरोप लगा कि मौतें ऑक्सीजन सप्लाई की रुकावट की वजह से हुई हैं. रुकावट ऑक्सीजन वेंडर का बिल न भरने के कारण आई थी.
हॉस्पीटल की राजनीति की ओर इशारा करते हुए सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि स्थिति इतनी खराब थी कि डॉक्टरों की काउंसलिंग करवानी पड़ी.
मृतकों के आंकड़ों की जांच में हमने पाया कि ये मेडिकल कॉलेज की अंदरूनी राजनीति का परिणाम था. यह इतनी बुरी स्थिति थी कि हमें डॉक्टरों की काउंसलिंग करवानी पड़ी. हमने उन्हें इनसेफेलाइटिस और उनके काम पर फोकस करने के लिए कहा.सीएम योगी आदित्यनाथ
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