कोरोनावायरस को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है. इसे लेकर केंद्र सरकार अब सख्त हो गई है. IT मिनिस्ट्री ने सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स से ऐसी भ्रामक जानकारियों को फैलने से रोकने के निर्देश दिए हैं. मंत्रालय ने इन प्लेटफॉर्म्स से गलत और भ्रामक जानकारियों को 'तुरंत हटाने' को कहा है.
मंत्रालय ने इस मामले को लेकर 20 मार्च को एक एडवाइजरी जारी की है. इसमें सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को आईटी एक्ट के तहत 'मध्यस्थ' माना गया है. एडवाइजरी में यूजर को 'ऐसी किसी जानकारी को देने, पब्लिश करने, शेयर करने' से मना किया गया है, जो 'पब्लिक ऑर्डर' पर प्रभाव डाल सकती है.
मंत्रालय ने तीन जरूरी निर्देश दिए:
- प्लेटफॉर्म्स पर जागरुकता अभियान चलाया जाए. यूजर को निर्देश दिए जाएं कि कोरोनावायरस से जुड़े अप्रमाणित जानकारी शेयर न करें.
- अगर ऐसा कोई कंटेंट मिलता है, तो उसे तुरंत हटाया जाए.
- प्रमाणित जानकारी के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा दिया जाए.
कोरोनावायरस के मामले बढ़ने से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने भ्रामक जानकारी पर लगाम कसने के लिए अपनी तरफ से कुछ इनिशिएटिव शुरू किए हैं.
फेसबुक
फेसबुक ने फेक न्यूज को रोकने के लिए ये तीन निर्देश जारी किए हैं:
- भ्रामक और हानिकारक जानकारियों पर लगाम: कंपनी ने अपने कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्ट लिस्टिंग में कोरोनावायरस से जुड़ा कोई भी हेल्थ या मेडिकल क्लेम करने पर रोक लगा दी है. \
- मददगार जानकारी देना: अगर भारत में कोई 'कोरोनावायरस' या उससे जुड़ा कीवर्ड सर्च करेगा, तो उसे एक पोस्ट दिखाई देगा जिसमें WHO की वेबसाइट पर उससे जुड़ी जानकारी का सुझाव होगा.
- पार्टनर्स को मदद: कोरोनावायरस पर फैक्ट चेक करने वालों की मदद के लिए फेसबुक ने द इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क के साथ पार्टनरशिप की है.
ट्विटर
ट्विटर ने बताया है कि वो कोरोनावायरस मामले पर प्रमाणित जानकारी मुहैया कराने को लेकर प्रतिबद्ध है. कंपनी का कहना है कि अब तक प्लेटफॉर्म के जरिए कोई भ्रामक जानकारी फैलाने का प्रयास नहीं किया गया है.
क्विंट ने ट्विटर के अधिकारियों से बात की है. उन्होंने बताया कि कंपनी भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय और WHO के साथ एक 'सर्च बार' दे रही है. इसमें अगर कोई हैशटैग सर्च करता है, तो उसे प्रमाणित जानकारी के सोर्स दिखते हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय और MyGov ने WhatsApp के साथ मिलकर कोरोनावायरस महामारी पर जागरुकता के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. यूजर +91 9013151515 पर स्वास्थ्य मंत्रालय से संपर्क कर प्रमाणित जानकारी ले सकते हैं.
वहीं, WHO ने भी WhatsApp के साथ पार्टनरशिप की है. इसके तहत दुनियाभर के यूजर को इस मामले पर रियल-टाइम जानकारी मिलती रहेगी. WHO, UNDP और UNICEF ने मिलकर WhatsApp कोरोनावायरस इन्फॉर्मेशन हब भी लॉन्च किया है.
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