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लॉकडाउन ने टाले 70 लाख केस, 78 हजार मौतें-चौंकाने वाले आंकड़े जारी

पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक लॉकडाउन से 78 हजार लोगों की जिंदगी बचाई गई है.

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कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से कुछ आंकड़े जारी किए गए हैं. जिसमें बताया गया है कि देश में कोरोना की मृत्युदर क्या है और फिलहाल किस स्पीड से लोग रिकवर हो रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी इन आंकड़ों में लॉकडाउन के फायदे भी बताए गए हैं. पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक लॉकडाउन से 78 हजार लोगों की जिंदगी बचाई गई है.

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केंद्र सरकार की तरफ से डबलिंग रेट को लेकर दी गई जानकारी में बताया गया कि जब लॉकडाउन शुरू हुआ था तो डबलिंग रेट 3.4 दिन था. लेकिन आज की तारीख में इंडिया का डबलिंग रेट 13.3 है. डबलिंग रेट में ये सुधार लॉकडाउन के चलत हुआ है. सरकार ने बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप मॉडल का हवाला देते हुए बताया,

“इस मॉडल के मुताबिक लॉकडाउन ने करीब 1.2 से लेकर 2.1 लाख जिंदगियों को बचाया है. वहीं करीब 36 से 70 लाख तक कोरोना के मामलों को बढ़ने से रोका है. वहीं पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन के मुताबिक लॉकडाउन से 78 हजार जिंदगियों को बचाया गया है.”

लॉकडाउन से टले लाखों मामले

लॉकडाउन को लेकर कई और एजेंसियों और संस्थानों के आंकड़े भी जारी किए गए हैं. जिनमें लॉकडाउन नहीं होने पर संभावित केस और मौत के आंकड़ों को बताया गया है. बताया गया कि दो स्वतंत्र इकनॉमिस्ट के मॉडल के मुताबिक लॉकडाउन से करीब 68 हजार नई मौतें और 23 लाख कोरोना मामलों को टाला गया है. वहीं सांख्यिकी और कार्यान्वयन मंत्रालय की स्टडी के मुताबिक लॉकडाउन के चलते करीब 20 लाख कोरोना केस और 54 हजार मौत होने से बचाया गया है.

इन पांच राज्यों में 80% मौतें

केंद्र की तरफ से जारी आंकड़ों में ये भी बताया गया है कि भारत में अब कुछ ही सीमित जगहों पर कोरोना के ज्यादा केस हैं. सिर्फ पांच राज्यों में ही कोरोना के 80 फीसदी मामले हैं. वहीं करीब 80 फीसदी मौतें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली से रिपोर्ट हुई हैं.

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