गुजरात के सूरत शहर में मॉब लिंचिंग की घटनाओं के खिलाफ निकाली जा रही प्रदर्शन रैली ने अचानक हिंसक रूप ले लिया. दरअसल, सूरत नानपुरा इलाके में बिना परमीशन लिए ये रैली निकाली जा रही थी, इस पर पुलिस ने रैली निकाल रहे लोगों को रोक लिया. इस पर भीड़ में शामिल लोग भड़क गए और पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तीखी झड़प हो गई.
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इस झड़प में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. फिलहाल हालात काबू में हैं. नानपुरा इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. अब तक पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है.
हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
पुलिस ने भीड़ और हिंसा पर काबू पाने के लिए हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े. बढ़ती हिंसा को देखते हुए इलाके में धारा 144 लगा दी गई है.
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में 4-5 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. शहर के नानपुरा इलाके में ये झड़प उस वक्त हुई जब पुलिस ने बिना परमीशन लिए रैली निकाल रहे लोगों को रोका. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. फिलहाल, हालात काबू में हैं.डीसीपी सूरत
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आयोजित रैली हिंसक होने के बाद पुलिस को शुक्रवार को हवा में गोलियां चलानी पड़ी और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
उन्होंने कहा कि शहर के मक्काईपुल इलाके में दोपहर को आयोजित रैली में शामिल लोगों ने सार्वजनिक बसों और पुलिस वाहनों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए, जिससे पुलिसकर्मी घायल हो गए.
‘‘दो पुलिस जीपों को नुकसान पहुंचा है. चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए हवा में दो गोलियां चलानी पड़ी और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.’’सतीश शर्मा, पुलिस कमिश्नर, सूरत
उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस दल वहां निगरानी कर रहा है.
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