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हाथरस केस: गैंगरेप के आरोपियों का समर्थन करने वाले लोग कौन हैं?

हाथरस मामले में अभी तक “अज्ञात” लोगों के खिलाफ राजद्रोह और साजिश के आरोप से संबंधित 19 FIR दर्ज की गई हैं.

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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा

हाथरस केस (Hathras) के आरोपियों को सपोर्ट कर रहे और एक वायरल वीडियो में भीम आर्मी चीफ को पुलिस के सामने धमकी देने वाले शख्स ने अब खुली धमकी दी है. स्थानीय आरक्षण विरोधी संगठन, राष्ट्रीय सवर्ण संगठन के संस्थापक पंकज धवरैया हाथरस कथित गैंगरेप मामले के आरोपियों को समर्थन दे रहे हैं. क्विंट से फोन कॉल पर हुई बातचीत में धवरैया ने कहा कि अगर नेताओं ने पीड़ित परिवार से मिलना बंद नहीं किया, तो “वो अपने कार्यकर्ताओं को रोक नहीं पाएंगे.”

“अभी तक मैंने सभाओं में 5,000 से ज्यादा लोगों को संबोधित किया है, लेकिन अगर राजनीतिक नेता दलित पीड़ित के परिवार से मिलना बंद नहीं करते हैं, तो मैं अपने कार्याकर्ताओं या सवर्ण समाज के लोगों को कंट्रोल नहीं कर पाऊंगा. क्योंकि मेरे फॉलोअर्स, मेरे कार्यकर्ता, मेरा समुदाय नियंत्रण से बाहर है.”
धवरैया ने क्विंट से कहा

RSS के पूर्व सदस्य पंकज धवरैया 19 साल की दलित लड़की के कथित गैंगरेप और हत्या के आरोपी, चार ठाकुरों के समर्थन में लोगों का नेतृत्व कर रहे हैं.

भीम आर्मी चीफ को धमकी

4 अक्टूबर को, धवरैया ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वो पीड़ित परिवार से मिलने गए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को धमकी देते नजर आ रहे हैं. वहीं, इस दौरान पीछे पुलिसवाल तमाशबीन बने खड़े हैं.

वीडियो में धवरैया कहते सुने जा सकते हैं: “क्या वो CBI या SIT पर विश्वास नहीं करते? क्या उन्हें कानून पर भरोसा नहीं है? हमसे एक बार मिलिए, हम भरोसा जगा देंगे. आप जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं ... धवरैया से सुनिश्चित करेगा कि आपका (कानून में) विश्वास है. यहां आओ, तुम्हारा बड़ा भाई तुमसे मिलना चाहता है.”

क्विंट से बात करते हुए, धवरैया ने कहा, “अगर मुझे उन्हें धमकी देनी होती, मेरे पास हजारों लोग हैं जो गांव के अंदर उन्हें पीट देंगे. कौन हमें रोकता, बताइए? मैं भी किसी तरह की हिंसा नहीं चाहता, लेकिन अगर नेता नहीं रुके, तो हिंसा होगी. मैं फिर पुलिस प्रशासन की ओर इशारा करूंगा. फिर मैं अपने कार्यकर्ताओं को भी नहीं रोकूंगा.”

“मैंने 12 सभाओं में 5 हजार लोगों को संबोधित किया है. अगर मैं उन्हें एक बार अनुमति दूं, तो हिंसा होने में कोई देरी नहीं होगी.”
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पुलिस ने दर्ज की FIR

इस फोन कॉल के बाद, क्विंट ने तुरंत उत्तर प्रदेश डीजीपी और अलीगढ़ आईजी को इसकी सूचना दी, जिन्होंने धवरैया के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, “जो कोई भी समुदायों के बीच दूरी बनाने की कोशिश करेगा या शांति भंग करेगा, उसे दंडित किया जाएगा. इससे फर्क नहीं पड़ता कि वो किस जाति से हैं.”

6 अक्टूबर को, धवरैया के खिलाफ IPC की धारा 188 (पब्लिक सर्वेंट का आदेश न मानना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की गई थी. अभी तक, इस मामले में “अज्ञात” लोगों के खिलाफ राजद्रोह और साजिश के आरोप से संबंधित 19 FIR दर्ज की गई हैं.

कौन हैं पंकज धवरैया?

“मैं ब्राह्मण हूं, लेकिन फिर भी ठाकुरों के न्याय के लिए लड़ रहा हूं. जाति मायने नहीं रखती, लेकिन सच बाहर आना चाहिए.”

हाथरस के रहने वाले पंकज धवरैया का कहना है कि उनका संगठन उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में फैला है. उनकी फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक, वो राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) के पूर्व सदस्य रह चुके हैं और 2016 में इससे अलग हो गए. उन्होंने क्विंट से कहा, "SC/ST एक्ट पर बीजेपी के रुख के खिलाफ विरोध के बाद मैं RSS से अलग हो गया. ये पुरानी बात है."

उन्होंने बताया, “मेरा मुख्य मुद्दा रिजर्वेशन और SC/ST एक्ट के खिलाफ कैंपेन करना है. मैं सभी सवर्ण के लिए खड़ा हूं. मेरे लिए, ‘सवर्ण’ का मतलब है, जो भी मेहनत में यकीन रखता है और किसी पर निर्भर नहीं है.”

धवरैया ने कहा कि ये संगठन चलाना ही अभी उनका इकलौता काम है. उन्होंने ये भी बताया कि हाथरस मामले को लेकर पुलिस ने उनपर आगे कोई भी आयोजन करने पर रोक लगा दी है.

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