पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण (EPCA) ने दिल्ली-NCR में हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है और कंस्ट्रक्शन पर 5 नवंबर तक रोक लगा दी है. EPCA ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों को लेटर लिखे हैं.
इस लेटर में EPCA चेयरमैन भूरे लाल ने कहा है
‘’बीती रात दिल्ली-NCR में हवा की क्वालिटी और खराब हो गई. ऐसे में हमें इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के तौर पर लेना होगा, क्योंकि इसका हमारी सेहत, खासकर बच्चों की सेहत पर काफी बुरा असर होगा.’’भूरे लाल, EPCA
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''इन परिस्थितियों में दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंस्ट्रक्शन की गतिविधियां 5 नवंबर की सुबह तक बंद रहेंगी.''
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 1 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर दिल्ली-NCR में एयर क्वालिटी इंडेक्स 582 था.
बता दें कि 0 से 50 के बीच के AQI को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 को ‘गंभीर’ और 500 से ऊपर को अति गंभीर आपात स्थिति की श्रेणी में रखा जाता है.
EPCA ने निर्देश दिया है कि फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा, बहादुरगढ़, भिवाड़ी, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत, पानीपत में कोयला और दूसरे फ्यूल पर आधारित सभी इंडस्ट्री, जो अभी तक नेचुरल गैस या एग्रो रेडीड्यू पर शिफ्ट नहीं हुई हैं, 5 नवंबर तक बंद रहेंगी. इस दौरान दिल्ली में भी वो इंडस्ट्री बंद रहेंगी जो पाइप्ड नेचुरल गैस पर शिफ्ट नहीं हुई हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)