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कोरोना के चलते लोगों में हेल्थ इंश्योरेंस की डिमांड बढ़ी: सर्वे

कोरोना के दौर में महंगे इलाज या फिर अपने दोस्तों के अनुभवों को देखते हुए लोगों में हेल्थ इंश्योरेंस की मांग बढ़ी

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कोरोना महामारी के कारण भारत में ''लाइफ एंड हेल्थ इंश्योरेंस'' के लिए तेजी से जागरूकता बढ़ी है. भारत में 60 प्रतिशत से अधिक लोग अब हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने की सोचने लगे हैं. इसका कारण यह है कि उन्हें या तो खुद एक भारी भरकम हॉस्पिटल बिल भरने की नौबत का सामना करना पड़ा या फिर किसी दोस्त के अनुभव के बारे में पता चला.

इंश्योरेंस मार्केटप्लेस पॉलिसी बाजार डॉटकॉम के एक हालिया सर्वे में इन बातों का खुलासा हुआ है. सर्वे 19 से 23 जून के बीच किया गया था.

देश में लगातार महंगे होते मेडिकल खर्च और प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 के इलाज हेतु भारी-भरकम बिल आने की हालिया खबरों ने भारत में इंश्योरेंस, खासकर हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति लोगों का नजरिया बदल दिया है. इसलिए अब हर तीन में से कम से कम एक भारतीय हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने की सोचने लगे हैं.

पॉलिसी बाजार डॉटकॉम ने 4000 से ज्यादा इंश्योरेंस ग्राहकों के बीच यह सर्वे किया, जिन्होंने पिछले छह महीने के दौरान इस प्लेटफॉर्म से इंश्योरेंस कवर खरीदा है. सर्वे का उद्देश्य इन लोगों का नजरिया जानना और यह समझना था कि वो क्या चीज है जो लाइफ, हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस खरीदने के लिए प्रेरित करती है.

सर्वे के नतीजे टर्म इंश्योरेंस खरीदने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि का संकेत भी देते हैं. लंबी अवधि की सुरक्षा के लिए टर्म इंश्योरेंस खरीदने वाले लोगों की संख्या 2019 की तुलना में बढ़ी है. पहले 10 में 6 लोग टर्म इंश्योरेंस खरीदते थे और अब 10 में से 7 लोग खरीदने लगे हैं.

पॉलिसी बाजार डॉटकॉम के सीईओ सरबवीर सिंह ने कहा, "भारतीयों के बीच इंश्योरेंस के उद्देश्य और महत्व को लेकर बढ़ती जागरूकता काफी उत्साहजनक है. एक बेहतर इंश्योरेंस सिक्योरिटी प्राप्त देश किसी भी सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट और इकनॉमी में अस्थिरता से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में होता है. हमारे सर्वे के नतीजे भारत की इंश्योरेंस कंपनियों को बाजार की जरूरतों के हिसाब से बेहतर प्रोडक्ट बनाने और बेचने में मदद करेंगे."

इनपुट- IANS

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