हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और उत्तराखंड (Uttarakhand) के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति बन गई है. देश के अलग-अलग हिस्सों में भी तेज बारिश हो रही है. हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की वजह से 13 लोगों की मौत हो गई. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि एक लड़की का शव उसके घर से करीब आधा किलोमीटर दूर पाया गया, जबकि उसके परिवार के पांच सदस्य बह गए.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि राज्य के चंबा जिले में भारी बारिश से हुए भूस्खलन के दौरान शनिवार की सुबह एक घर गिरने के बाद तीन लोग लापता हैं.
जिला आपातकालीन अभियान केंद्र (DEOC) डीईओसी के अधिकारियों के मुताबिक पुलिस और राजस्व विभाग के जवानों की मदद से तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ की चपेट में आने से ट्रक क्षतिग्रस्त होकर पलट गई.
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में चक्की नदी पर बना रेलवे पुल अचानक आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गया और शनिवार सुबह ढह गया. इसके अलावा भूस्खलन होने की वजह से सोलन जिले के कंडाघाट में राष्ट्रीय राजमार्ग 5 बंद कर दिया गया है.
Uttarakhand: देहरादून में फटा बादल
उत्तराखंड के देहरादून में सुबह करीब 2:45 बजे बादल फटने की सूचना मिली. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के अधिकारियों का ग्रुप सरखेत गांव में मौके पर पहुंचा और फंसे हुए सभी लोगों को बचाया गया.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बादल फटने से प्रभावित गांवों में मालदेवता, भुत्सी, तौलियाकताल, थाट्युद, लावरखा, रिंगलगढ़, धुट्टू, रागद गांव और सरखेत शामिल हैं.
इसके अलावा देहरादून का टपकेश्वर महादेव मंदिर भारी मात्रा में प्रभावित हुआ क्योंकि मंदिर में पानी काफी तेजी से गया. रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर के पुजारी दिगंबर भरत गिरी ने कहा कि नदी पर एक पुल भी था जहां मंदिर स्थित है जो पूरी तरह से नष्ट हो गया.
हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "हमारी आपदा प्रबंधन टीम, एसडीआरएफ की टीमें और प्रशासन के अन्य अधिकारी उन इलाकों में पहुंच गए हैं जहां रात भर भारी बारिश ने कहर बरपाया था। मैं भी बचाव अभियान का निरीक्षण करने के लिए मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रहा हूं."
रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के उधमपुर जिले के मुत्तल इलाके में भूस्खलन से चार बच्चों की मौत हो गई है. उधमपुर प्रशासन ने कहा कि सूचना मिलने के बाद बचाव दल मौके पर पहुंचा और ढहे हुए घर के मलबे से शवों को निकाला.
देहरादून में भारी बारिश से सोंग नदी का पुल टूट गया, जिसके बाद इलाके में बाढ़ के हालात हैं. इलाके में शुक्रवार शाम से हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त है.
इसके अलावा देहरादून में मालदेवता रोड स्थित एक होटल में लगातार बारिश के बाद पानी घुस गया.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (इलाहाबाद) में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं. गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं.
प्रयागराज में शनिवार को चल रहे मानसून के मौसम में गंगा और यमुना नदियों के जल स्तर के उच्च स्तर के रूप में जलभराव वाले दारागंज क्षेत्र के निवासियों को पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के हमीरपुर (Hamirpur) जिले के खीरी सुजानपुर गांव में ब्यास महल खैरात नदी में बाढ़ के बाद अब तक 22 में से 18 लोगों को बचाया गया. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के मुताबिक अब तक जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है.
Madhya Pradesh: कई इलाकों में भारी बारिश के आसार
मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों तक साफ मौसम रहने के बाद एक बार फिर से प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. इंदौर, गुना और भिंड में बारिश होने की खबर है.
भिंड में शहर की मुख्य सड़कें और कई कॉलोनियां जलमग्न हो चुकी हैं. भोपाल, नर्मदापुरम, महाकौशल, ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड-बघेलखंड में भी जोरदार बारिश की उम्मीद है. मौसम विभाग ने भोपाल समेत 29 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा रीवा, सीधी, सिंगरौली और सतना में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
Gujarat: भारी बारिश के बाद इलाके में भरा पानी
गुजरात के बनासकांठा जिले में गुरुवार को लगातार पांचवें दिन हुई भारी बारिश की वजह से पालनपुर-आबू रोड नेशनल हाईवे पर पानी भर गया और वाहनों का आवागमन रुक गया. इलाके में लगातार बारिश होने की वजह से जिले की धानेरा तहसील के निचले ग्रामीण इलाकों में भी चारों तरफ पानी भर गया था.
Odisha: बारिश के बाद ढहा घर, कई मौतें
उड़ीसा (Odisa) के मयूरभंज जिले में मूसलाधार बारिश के बाद मिट्टी के घर की दीवार गिरने से 11 साल की बच्ची और उसकी 4 साल की बहन की मौत हो गई, इसके अलावा उनके माता-पिता गंभीर रूप से घायल हो गए.
Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि बिसोई प्रखंड के लुहाकानी ग्राम पंचायत के भोलाबेड़ा गांव में अनिल गिरि का परिवार अपने एस्बेस्टस की छत वाले घर में सो रहा था, तभी दीवार गिर गई. गिरि की बेटियों की तत्काल मौत हो गई, जबकि उनका और उनकी पत्नी का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है.
इसके अलावा बालासोर जिले के बलियापाला प्रखंड के मधुपुरा गांव में एक व्यक्ति की 4 वर्षीय बेटी की घर के बगल में एक स्कूल की इमारत की दीवार गिरने से उसके घर पर पेड़ गिरने से मौत हो गई.
शेख अंसार का परिवार अपने घर में सो रहा था, तभी उसके तीन बच्चों पर दीवार गिर गई. गंभीर रूप से घायल अंसार की बेटी समीना खातून को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)