भारत के कई हिस्से प्राकृतिक आपदा के कहर और खतरे का सामना कर रहे हैं. कई राज्यों में तेज बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इस बीच, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के इलाकों से कुछ परेशान करने वाले वीडियो भी सामने आए हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में आकाशीय बिजली (Lightning strikes) की वजह से बड़ी संख्या में लोगों की जान जा चुकी है.
हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के क्या हैं हालात?
हिमाचल के धर्मशाला के भागसु नाग में नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. कई इमारतों और गाड़ियों को नुकसान भी पहुंचा है.
हालांकि, भागसु नाग में बाढ़ जैसे हालात को लेकर कमिश्नर ने कहा कि इसे बादल फटना नहीं कहा जा सकता, ये हालात तेज बारिश की वजह से बने हैं. राज्य के मंडी जिले के पंडोह इलाके में भूस्खलन की वजह से एनएच-3 बंद कर दिया गया है.
तेज बारिश के बाद से कांगड़ा जिले में दो लोग लापता हैं. वहीं धर्मशाला-पालपुर से भी ऐसी ही तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें उफनती नदी देखी जा सकती है.
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में 'बादल फटने' से फ्लैश फ्लड्स के हालात बन गए. गांदरबल के लार तहसील में इससे कई घरों और सड़कों को नुकसान पहुंचा है. ग्रेटर कश्मीर के मुताबिक, पुलिस और SDRF बचाव के लिए आगे आए हैं.
उत्तराखंड में बारिश के कारण मलबा गिरने से चमोली के पास ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे बंद पड़ गया है.
यूपी, एमपी और राजस्थान में आकाशीय बिजली का कहर
यूपी, एमपी और राजस्थान में भी हालात ठीक नहीं हैं. यहां आकाशीय बिजली गिरने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई हैं.
राजस्थान के जयपुर, झालावाड़ और धौलपुर जिलों में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में सात बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई.
वहीं, उत्तर प्रदेश के रिलीफ कमिशनर रणवीर प्रसाद ने सोमवार को बताया कि रविवार रात को आकाशीय बिजली की वजह से राज्य के 16 जिलों में 41 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा, 30 लोग घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि इस आपदा की वजह से 250 जानवरों की भी मौत हुई है और 20 घायल हुए हैं.
प्रसाद ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की राशि मुहैया कराई जाएगी. और जो घायल हुए हैं उनका इलाज चल रहा है.
बात मध्य प्रदेश की करें तो इसके अलग-अलग हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में दो नाबालिगों सहित कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई है.
पीएम मोदी ने प्राकृतिक आपदाओं पर जताई संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, ''उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने से हुई जनहानि हृदयविदारक है. इस त्रासदी में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी शोक संवेदना प्रकट करता हूं. ईश्वर उन्हें इस दुख को सहने की शक्ति दे.'' ऐसा ही ट्वीट राजस्थान के लिए भी किया गया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, राष्ट्रीय राहत कोष की तरफ से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की राहत प्रदान की जाएगी.
इसी तरह पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश की घटनाओं पर भी संवेदना जताई है. उन्होंने कहा है, ''''मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने से लोगों की मौत पर दुखी हूं. राज्य सरकार प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी. PMNRF से मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे.''
पीएम मोदी ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. ''मैं बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.''
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा- की जाएगी हर संभव मदद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिमाचल, यूपी और राजस्थान में आई आपदा को लेकर ट्वीट किया है. हिमाचल को लेकर किए गए अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि हर संभव मदद की जाएगी.
यूपी और राजस्थान में आकाशीय बिजली गिरने से हुई घटनाओं पर उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि
''उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन की हृदयविदारक सूचना से अत्यंत दुखी हूं. इस त्रासदी में जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनकी इस अपूरणीय क्षति पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. ईश्वर उन्हें इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें.''
राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार से की मृतकों और घायलों के लिए अपील
राहुल ने राज्य सरकारों से अपील करते हुए लिखा कि बिजली गिरने की वजह से जिन लोगों की जान गई है. सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए.
बता दें कि यूपी, एमपी, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में अभी भी मौसम खराब है और हालात ठीक नहीं हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)