उत्तर प्रदेश में एक बार फिर जहरीली शराब ने कहर ढाया है. ताजा मामला बाराबंकी के रामनगर थाना क्षेत्र स्थित रानीगंज से सामने आया है, जहां जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई है. जिस शराब से लोगों की मौतें हुई हैं, उसे देशी शराब के एक स्थानीय ठेके से खरीदा गया था. मामले के मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस घटना में मारे गए 4 लोग एक ही परिवार के थे. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है.
मृतकों की तादाद बढ़कर 20 हुई
बाराबंकी जहरीली शराब कांड में मरने वालों की तादाद बढ़कर 20 तक पहुंच गई है.
बाराबंकी शराब कांड: मुख्य आरोपी एनकाउंटर में जख्मी, गिरफ्तार
बाराबंकी जहरीली शराब कांड मामले में मामले का मुख्य आरोपी पप्पू जायसवाल गिरफ्तार हो गया है. पुलिस और आरोपी के बीच एनकाउंटर में पप्पू घायल हो गया, फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
'मामल गंभीर, दोषियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा'
यूपी के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि यह घटना बेहद गंभीर है क्योंकि जिस शराब को पीने से लोगों की मौत हुई वह आबकारी विभाग के पंजीकृत विक्रेता के यहां से ली गई थी और उसमें संभवतः पहले से मिलावट की गई थी.
उन्होंने बताया आबकारी विभाग समय-समय पर रिजस्टर्ड सेल्समैन के यहां जांच करवाता रहता है ताकि शराब में किसी भी तरह की मिलावट ना होने पाए और ऐसे में यह मामला बेहद गंभीर है. सिंह ने कहा कि इस मामले के दोषियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा.
2-2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए मारे गए लोगों के परिवालों को 2-2 लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया है. साथ ही मामले में जिला आबकारी अधिकारी, नौ आबकारी कर्मियों और दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने लखनऊ में बताया कि मामले की जांच के लिए अयोध्या के मंडलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और आबकारी विभाग के आयुक्त की टीम बनायी गयी है, जो कई पहलुओं की जांच करके 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देगी.