उत्तर पूर्वी दिल्ली में कड़ी सुरक्षा के बीच होली का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया. 10 मार्च की सुबह होली का त्योहार होने के बावजूद उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा.
मौजपुर, विजय पार्क, बृजपुरी, गोकुलपुरी आदि इलाकों में सुबह ज्यादातर लोगों ने घरों से बाहर निकलने से गुरेज किया. हालांकि इन सभी इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की जबरदस्त मौजूदगी रही. बावजूद इसके ज्यादातर लोग घरों के आसपास ही होली मनाते देखे गए.
बृजपुरी में रहने वाले महेश पांडे ने कहा, “हम लोग हर साल की तरह इस बार भी यहां होली मना रहे हैं. हालांकि इस बार हमने स्कूटी या गाड़ी से रिश्तेदारों और दोस्तों के घर जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया. इस बार हम अपनी गली और आस-पड़ोस के लोगों के साथ होली का आनंद ले रहे हैं.”
लोग अपनी छतों और घरों के बाहर होली खेलते दिखाई दिए. सड़कों और गलियों में होली खेलने वाले बच्चों और युवाओं की टोलियां कई जगहों पर नदारद रहीं. यमुना विहार में रहने वाले बीटेक के छात्र आकाश रघुवंशी ने कहा, "हर बार होली से दो दिन पहले ही यहां युवाओं की टोलियां बन जाती थीं. हम भी 20-25 दोस्तों का ग्रुप बनाकर हर बार अलग-अलग मोहल्लों में जाकर होली खेलते थे, लेकिन इस बार माहौल ऐसा नहीं है."
बता दें कि पिछले दिनों उत्तर पूर्वी दिल्ली के इन इलाकों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दो गुटों के बीच भारी हिंसा हुई थी. यह हिंसा बाद में साम्प्रदायिक हिंसा में बदलती दिखी और इसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.
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