हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने अपने चर्चित प्रोडक्ट 'फेयर एंड लवली' का नाम बदलकर नाम 'ग्लो एंड लवली' कर दिया है. साथ ही कंपनी ने बताया कि पुरुषों की ‘फेयरनेस’ क्रीम रेंज को अब ‘ग्लो एंड हैंडसम’ कहा जाएगा. अब जैसे ही इस रिब्रांडिंग की खबर आई तो कंपनी एक बार फिर विवादों में चली गई. HUL पर Emami लिमिटेड न 'नाम चुराने' का आरोप लगाया है.
हम HUL के फेयर एंड लवली की मेन रेंज का नाम ‘ग्लो एंड हैंडसम’ रखने के फैसले से हैरान हैं. पुरुषों के ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स के ब्रांड ‘फेयर एंड हैंडसम’ बनाने वाली इमामी लिमिटेड का ट्रेडमार्क पर लीगल ओनरशिप है. हमने पिछले हफ्ते एक ब्रांड ‘इमामी ग्लो एंड हैंडसम’ डिजिटली लॉन्च किया था और संबंधित अधिकारियों को जरूरी एप्लीकेशन भी दे दी है.प्रवक्ता, Emami लिमिटेड
Emami का कहना है कि कंपनी HUL के इस रवैये से हैरान नहीं है क्योंकि HUL पहले भी उसकी ब्रांड इमेज को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर चुकी है. कंपनी ने कहा कि वो लीगल एक्सपर्ट के कॉन्टेक्ट में हैं, जिससे दोबारा ऐसी स्थिति पैदा ही न हो.
ये नाम बदलीकरण का मामला क्या है?
हाल ही में हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने अपने चर्चित प्रोडक्ट 'फेयर एंड लवली' का नाम बदलने का ऐलान किया था. अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद शुरू हुए 'ब्लैक लाइव्स मैटर' प्रोटेस्ट के बाद कंपनी पर नाम बदलने का दबाव था. जब ब्लैक लाइव मैटर आंदोलन ने जोर पकड़ा, तब हिंदुस्तान यूनीलीवर की पैरेंट कंपनी यूनीलीवर जैसी कंपनियों की बड़ी आलोचना हुई थी कि ये लोग ये कंपनियां गोरेपन की क्रीम बेचकर श्वेत और अश्वेत का भेदभाव बढ़ाती हैं.
पेप्सिको और जॉनसन एंड जॉनसन समेत दुनिया भर के कई कॉर्पोरेशन नस्ली समानता के पक्ष में कोई न कोई कदम उठा रहे हैं. फेयर एंड लवली क्रीम के खिलाफ अभियान बहुत पुराना है.
कई ऑनलाइन अभियान चले थे, जिनमें यह मांग की गई कि कंपनी भेदभाव को बढ़ाने वाली इस क्रीम को बंद करे, लेकिन पिछले महीने जब आंदोलन बहुत तेज हुआ तो आखिरकार कंपनी ने अब ये बड़ा फैसला लिया है.
बॉलीवुड के तमाम बड़े स्टार्स फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करते हैं और लोगों को एक हफ्ते में गोरा होने का नुस्खा बताते हैं. जिसको लेकर अक्सर लोग विरोध करते रहे हैं.
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