पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान और भारत के संबंध तब तक सामान्य नहीं हो सकते, जब तक भारत सरकार जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने वाले अगस्त, 2019 के फैसले को वापस नहीं लेती है. ताजकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमली रहमान के साथ इस्लामाबाद में एक संयुक्त प्रेस वार्ता में इमरान खान ने कहा कि इस क्षेत्र की पूरी क्षमता का अहसास तभी हो सकता है जब अफगानिस्तान में स्थिरता आए और भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध बेहतर हों.
अभी पिछले महीने ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जम्मू-कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से निर्णायक कदम उठाने, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने और विवाद को सुलझाने में भूमिका निभाने की अपील की थी. शाह महमूद कुरैशी ने भारत से बातचीत पर कहा था-
ये साफ कर देता हूं कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की स्थिति बहुत स्पष्ट है. जब तक भारत 5 अगस्त, 2019 के अपने फैसले को वापस नहीं लेता, तब तक कोई बातचीत नहीं हो सकती है.शाह महमूद कुरैशी, विदेश मंत्री, पाकिस्तान
भारत के साथ कारोबारी रिश्तों पर क्या बोले इमरान खान?
भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर और अन्य क्षेत्रों में सीजफायर संबंधी सभी समझौतों का सख्ती से पालन करने पर 25 फरवरी को सहमति जताई थी. लेकिन सामान्य व्यापार संबंध नहीं शुरू हो सके, इमरान खान की कोशिशों को उनकी ही पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ा था. अब इमरान खान ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर पर अगस्त, 2019 के भारत सरकार के फैसले के बाद भारत के साथ व्यापार को सामान्य करना मुश्किल है. उन्होंने कहा- 'जब तक भारत कदम वापस नहीं लेता, हमारे रिश्ते सुधर नहीं सकते.'
इमरान खान ने आगे कहा कि 'अगर रिश्ते बेहतर नहीं होते तो ये भारत,पाकिस्तान और पूरे मध्य एशिया के लिए नुकसान है, पूरा इलाका एक दूसरे जुड़ा हुआ है.'
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