भारत ने गलवान घाटी में हुए संघर्ष पर चीन के भारत को जिम्मेदार ठहराए जाने के दावे को खारिज किया है. चीन ने कहा था कि गलवान टकराव भारत द्वारा सभी समझौतों के उल्लंघन और चीन के क्षेत्र में अतिक्रमण करने के चलते हुआ था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हम ऐसे वक्तव्यों को खारिज करते हैं. पिछले साल पूर्वी लद्दाख में एलएसी के किनारे हुए घटनाक्रमों पर हमारी स्थिति साफ और सतत है. चीन की तरफ से उकसावे भरा व्यवहार किया गया और एकतरफा तरीके से सभी द्विपक्षीय समझौतों को धता बताते हुए तत्कालीन स्थिति को बदलने की कोशिश की गई, जिससे शांति व्यवस्था में गंभीर खलल पड़ा."
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले क्वाड समिट पर एक सवाल का जवाब देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने कहा था, "एक छोटा और विशेषकर दूसरे देशों को निशाना बनाने वाला समूह आज के दौर के खिलाफ जाता है और यह निश्चित ही असफल होगा, क्योंकि इसे किसी तरह का समर्थन नहीं मिलेगा."
लिजान ने आगे कहा, "संबंधित देशों को चीन का विकास सही तरीके से देखना चाहिए और क्षेत्र के देशों में भाईचारा व सहयोग बढ़ाने के लिए कोशिशें करनी चाहिए."
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