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चीन-भारत फिर ‘भाई-भाई’, मिल कर करेंगे सैन्य अभ्यास 

चीन के साथ भारत के रिश्तों में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं 

Published
भारत
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डोकलाम की तल्खियों के बाद भारत और चीन के रिश्ते सुधरते नजर आ रहे हैं. भारत के साथ होने वाला चीन का सैन्य अभ्यास पिछले साल इस विवाद की वजह से नहीं हुआ था लेकिन इस साल दोनों देश इसमें हिस्सा लेंगे.

आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि भारत और चीन का संयुक्त सैन्य अभ्यास इस साल जल्द शुरू होगा. पिछले साल डोकलाम विवाद की वजह से दोनों देशों के सुधरते रिश्तों में खटास आ गई थी. लेकिन अब दोनों देशों ने इसे नजरअंदाज कर रिश्ते सुधारने के संकेत दिए हैं. यही वजह है कि हर साल दोनों देशों के बीच होने वाला सैन्य अभ्यास इस साल होगा. जनरल रावत ने कहा है कि दोनों देशों की सेना के बीच भाईचारा दिख रहा है.

पिछले साल भारत और चीन की सेना के बीच डोकलाम में आमने-सामने 73 दिनों तक डटी रही थी. अगस्त में काफी विचार-विमर्श और मान-मनौव्वल के बाद दोनों सेनाएं पीछे हटी थीं.

चीन के साथ भारत के रिश्तों में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं 
चीन के साथ मिलिट्री डिप्लोमेसी कारगर दिख रही है. 
(फोटो: IANS)
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दोनों देशों के सैन्य अभ्यास के बारे में जनरल बिपिन रावत ने कहा,

चीन के साथ मिलिट्री डिप्लोमेसी कारगर रही है. इससे दोनों देशों के बीच रिश्ते में सुधार दिखा है.
जनरल विपिन रावत, मिलिट्री चीफ 
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दोनों देशों के नेताओं के दौरे जारी

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अगले महीने चीन का दौरा करेंगी और इस दौरान इसमें सीमा का मुद्दा बातचीत शामिल हो सकता है. अगस्त में डोकलाम गतिरोध खत्म होने के बाद दोनों देशों के बड़े नेताओं ने एक दूसरे के यहां का दौरा किया है. दिसंबर में चीन के विदेश मंत्री वांग वी ने भारत में आरईआसी यानी रूस, इंडिया, चाइना के विदेश मंत्रियों की त्रिकोणीय बैठक में हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आपसी मुद्दों पर बातचीत की थी .

पिछले महीने विदेश सचिव विजय गोखले ने चीन का दौरा किया था. वहां उन्होंने विदेश मंत्री वांग से बातचीत की थी. इस साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक में हिस्सा लेने चीन जा सकते हैं.

इनपुट - पीटीआई

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