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कानपुर मुठभेड़ - उस रात विकास दुबे की बर्बरता की रिपोर्ट

घटना का बैकग्राउंड गुरुवार दोपहर से ही तय हो गया था, विकास को पता था कि पुलिस वाले बड़ी संख्या में उसे पकड़ने आएंगे

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उत्तरप्रदेश के कानपुर में बिकरू गांव में 8 पुलिस वालों की हत्या की खबर पूरे देश में आग की तरह फैल गई. बता दें पुलिस वालों की हत्या तब की गई, जब वे एक हिस्ट्री शीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए गए थे.

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पहले थानाप्रभारी से बदतमीजी की गई

दैनिक भास्कर में घटना के पहले की पृष्ठभूमि पर डीटेल में चर्चा की गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक पड़ोसी गांव के राहुल तिवारी ने विकास के खिलाफ जान से मारने का मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी अपने कुछ सिपाहियों के साथ पूछताछ करने गुरुवार दोपहर को विकास दुबे के पास गए थे. यहीं दुबे ने उनके साथ मारपीट की.

भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, विकास दुबे को तब अंदेशा हो गया था कि पुलिस वाले लौटकर आएंगे. गुरूवार शाम करीब चार थानों की पुलिस ने डीएसपी के नेतृत्व में गांव में दबिश दी. पर विकास दुबे सारी योजना बना चुका था. उसने रास्ते में जेसीबी खड़ी करवा दी, ताकि पुलिस वाले बिखर जाएं, साथ में आसपास के घरों पर अपने बंदूकची तैनात कर दिए.

AK-47 से भी चली गोलियां

दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट में हमले की भयावहता के बारे में डीटेल से बताया गया है. पुलिस वालों पर विकास के आदमियों ने एके-47 से गोलियां चलाईं. शहीद सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से एके-47 की गोली मिली. चार जवानों के शरीर से गोलियां आर-पार हो गईं.

सीओ देवेंद्र मिश्रा को तो चेहरे से सटाकर गोली मारी गई. उनका सिर और गर्दन का हिस्सा तक उड़ गया. चौकी प्रभारी अनूप सिंह को सात गोलियां मारी गईं. थाना प्रभारी महेश को चेहरे पीठ और सीने पर पांच गोली, दरोगा नेबूलाल को चार गोलियां लगीं.

इतना ही नहीं, विकास के लोगों ने मारे गए पुलिसकर्मियों के हथियार भी छीन लिए.

किलेदार घर में रहता था विकास, 30 से 40 फीट ऊंची दीवारें

अमर उजाला ने अपनी रिपोर्ट में विकास के किलेदार घर के बारे में बताया है, जिसके चारों और ऊंची-ऊंची दीवारें थीं. इन्हें अब गिराया जा रहा है. इन तीस से चालीस फीट ऊंची दीवारों के ऊपर कांटेदार तारों से घेराव भी था.

विकास के किलेदार घरों में कई लग्जरी गाड़ियां भी थीं. उसने करोड़ों रुपये की संपत्ति पर जबरन कब्जा भी किया हुआ है. विकास दुबे के साथ बड़ी संख्या में युवा रहते थे, उसके घर की सुरक्षा में भी कई लोग तैनात रहते थे.

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