कांवड़ यात्रा पर रोक के बीच उत्तराखंड सरकार ने दूसरे राज्यों को टैंकर से गंगाजल ले जाने की इजाजत दे दी है. सरकार के एडिशनल मुख्य सचिव ने कहा कि अगर पड़ोसी राज्यों की ओर से गंगाजल ले जाने की मांग की जाएगी, तो टैंकरों से गंगाजल ले जाने में राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी. बता दें कि कोरोना महामारी के चलते कांवड़ यात्रा पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है.
उत्तराखंड पुलिस कि ओर से कहा गया है कि कांवडियों को हरिद्वार में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. यहां तक की बार्डर भी सील रहेगा.
गंगाजल लेने आते हैं लाखों भक्त
कांवड़ यात्रा उत्तर भारत में शिव के प्रति आस्था है जो हजारों साल पहले से चली आ रही है. जिसमें पास के सभी राज्यों के लोग पैदल कांवड़ लेकर हरिद्वार जाते हैं और वहां से जल उठाकर अपने क्षेत्रों के शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं. यह कांवड़ यात्रा 25 जुलाई से शुरू होने वाली थी. हालांकि केंद्र एक हलफनामे में राज्य सरकारों को यह आदेश दिया है कि कोविड की परिस्थिति को ध्यान में रख कर कांवड़ियों की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी ऐसी धार्मिक यात्राओं को लेकर सख्त टिप्पणी की थी.
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से कांवड़ यात्रा को इजाजत देने पर जबाब मांगा है. केन्द्र सरकार की ओर से सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को सुझाव देते हुए कहा कि जहां तक कावड़ यात्रा का सवाल है तो राज्यों को इस संज्ञान लेते हुए कांवडियों के आवागमन पर रोक लगानी चाहिए.
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