टीपू जयंती पर विवाद
कर्नाटक में टीपू जयंती पर विरोध प्रदर्शन
सत्ताधारी JDS-कांग्रेस टीपू जयंती के पक्ष में
विपक्षी पार्टी बीजेपी जयंती के विरोध में
श्रीरंगापट्टनम और कोडागू में सुरक्षा कड़ी
पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया
कर्नाटक में एक बार फिर 'इतिहास' की वजह से बवाल खड़ा हो गया है. जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन सरकार प्रदेश में टीपू जयंती का आयोजन कर रही है, जबकि बीजेपी और कुछ अन्य संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल कई लोगों को हिरासत में ले लिया है.
विरोध करने वालों में राज्य में मुख्य विपक्ष पार्टी बीजेपी शामिल है. सीएम एचडी कुमारस्वामी ने सेहत से जुड़े कारणों का हवाला देकर इस प्रोग्राम से दूरी बना ली है.
मडिकेरी: डिप्टी कमिश्नर के ऑफिस पर नारेबाजी
मडिकेरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने डिप्टी कमिश्नर के ऑफिस जाकर नारेबाजी की.
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अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सिद्धारमैया से मिले
कर्नाटक के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से उनके बेंगलुरु वाले आवास पर जाकर मुलाकात की. प्रदेश में कई जगह टीपू जयंती मनाई जा रही है.
मडिकेरी में सुरक्षा कड़ी
टीपू जयंती को लेकर प्रदेश के मडिकेरी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, जहां बंद का आह्वान किया गया है. जहां कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है, उसके आसपास बड़ी तादाद में आरएएफ की तैनाती की गई है. ऐहतियात के तौर पर श्रीरंगापट्टनम और कोडागू में शुक्रवार शाम से रविवार सुबह तक धारा 144 लागू कर दी गई है.
समर्थन और विरोध की राजनीति
टीपू सुल्तान 18वीं सदी में मैसूर साम्राज्य के शासक थे. कर्नाटक सरकार ने इस साल भी टीपू सुल्तान की जयंती मनाने का ऐलान किया है, जबकि बीजेपी और श्रीराम सेना जैसे संगठन इस कार्यक्रम के विरोध में है.
जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार के मुखिया एचडी कुमारस्वामी ने पिछले सप्ताह ही साफ कर दिया था कि पिछली कांग्रेस सरकार की नीति को बरकरार रखते हुए 10 नवंबर को ‘टीपू जयंती' मनाई जाएगी. इसके बाद ही बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन का ऐलान करने में देर नहीं लगाई थी. पार्टी ने सरकार से जश्न समारोह को रद्द करने की अपील करते हुए बेंगलुरु, मैसुरु और कोडागू में कई जगहों पर प्रदर्शन किया.
हालांकि इस बीच, सीएम ऑफिस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कुमारस्वामी डॉक्टर की सलाह के मद्देनजर अगले तीन दिन तक किसी आधिकारिक समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे.