- कठुआ गैंगरेप केस को लेकर गुस्से में देश
- राहुल ने कहा अब पीएम मोदी की चुप्पी मंजूर नहीं
- मेनका गांधी का अजीब बयान दो दिन में फैसले नहीं होते
- बच्ची की पहचान जाहिर करने पर दिल्ली हाईकोर्ट सख्त
- हर राज्य में कैंडल मार्च निकालेगी कांग्रेस
- राहुल गांधी ने गुरुवार को आधी रात में निकाला था कैंडल मार्च
'मेरी बेटी के हत्यारों को फांसी पर चढ़ा दिया जाए'
कठुआ गैंगरेप में दरिंदगी की शिकार हुई आठ साल की बच्ची के पिता ने कहा है कि दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. जिन लोगों ने ये काम किया है, उन्हें जिंदा रहने का कोई हक नहीं है
मुझे हर दिन अपनी बेटी की याद आती है. जो लोग उसकी हत्या के जिम्मेदार हैं उन्हें फांसी चढ़ा दिया जाना चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कठुआ-उन्नाव केस पर कहा है कि पीएम मोदी की चुप्पी मजूर नहीं है. उन्होने पीएम से दो सवाल भी पूछे हैं.
1. आप महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर क्या सोचते हैं
2. आखिर क्यों रेप और मर्डर के आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है.
कांग्रेस हर राज्य की राजधानी में कठुआ और उन्नाव केस के विरोध में कैंडल मार्च निकालेगी. राहुल गांधी ने इस संबंध में निर्देश दिया है. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में बीती रात इंडिया गेट पर कांग्रेस ने कैंडल मार्च निकाला. मार्च के दौरान हाथों में मोमबत्ती लिए लोगों को 'मोदी भगाओ, बेटी बचाओ' जैसे नारे लगाते सुना गया.
वहीं बीजेपी की सांसद मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष पर कठुआ और उन्नाव केस का सांप्रदायिकरण करने का आरोप लगाया है, उनका कहना है कि जांच तक प्रदर्शन नहीं करना चाहिए.
गलती से चले गए थे बीजेपी नेता और मंत्री
बीजेपी सासंद मीनाक्षी लेखी ने कठुआ मामले पर कहा कि मामले की जांच चल रही है. विशेष जांच टीम का गठन कर दिया गया है और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अपने नेता का सपोर्ट करती हुए उन्होंने कहा, बीजेपी नेता और जम्मू-कश्मीर के मंत्री को लोगों ने गुमराह कर दिया था. वे दोनों गलती से चले गए थे. उनके लिए सबक है कि आंख बंद कर किसी की बात पर भरोसा नहीं करना चाहिए.
उमर ने पीएम से चुप्पी तोड़ने की मांग की
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कठुआ मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ने की मांग की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ माननीय प्रधानमंत्री जी कोई ऐसा दिन नहीं है जब हम आपको ऐसी चीजों पर बोलते हुए सुनते हैं, जो आपके लिए महत्वपूर्ण होता है लेकिन कई बार ऐसे मौके आते हैं जब आप दूसरों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे पर बिल्कुल चुप्पी साध लेते हैं.''