केरल में इस साल 30 मई से मानसूनी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 373 हो गयी है. राज्य के सभी 14 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ के कारण कुल 87 लोग घायल भी हुए हैं और 32 लापता हैं. बयान के मुताबिक, भीषण बाढ़ के कारण केरल में 54.11 लाख प्रभावित हुए हैं और उनमें से 12.47 लाख लोगों ने 5,645 राहत शिविरों में शरण ली है.
केरल में बारिश रुकने के बाद बाढ़ से थोड़ी राहत
कुछ इलाकों में ट्रेन सेवा शुरू
अब भी 10 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविर में रहने को मजबूर
30 मई से अब तक 373 लोगों की मौत
केरल में GST रिटर्न भरने की तारीख डेढ़ माह बढ़ी
सरकार ने केरल और कर्नाटक के कुछ जिलों में जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख डेढ़ महीने आगे बढ़ा दी है. कर्नाटक में माहे (पुड्डूचेरी) और कोडागू जिलों में जीएसटी रिटर्न भरने की अाखिरी तारीख बढ़ाई गई है.
केंद्र ने केरल के लिए 600 करोड़ रुपये जारी किए
केंद्र ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित केरल के लिए 600 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं. सरकार ने इसके अलावा राज्य के प्रभावित लोगों की मदद के लिए राहत सामान पर सीमा शुल्क और जीएसटी की छूट देने का भी फैसला किया है.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की मीटिंग के बाद मंगलवार शाम को इन फैसलों का ऐलान किया गया. एनसीएमसी की मीटिंग छह दिन से हर रोज हो रही है. कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा ने मीटिंग की अध्यक्षता की.
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल को 500 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य को 100 करोड़ रुपये की मदद की घोषणा की थी.
केरल में बीमा दावों के 1,000 करोड़ रुपये से ऊपर जाने की संभावना
बीमा कंपनियों का अनुमान है कि केरल में बीमा दावा 1,000 करोड़ रुपये से ऊपर जा सकते है. सरकार ने केरल की बाढ़ को ‘गंभीर प्राकृतिक आपदा' घोषित किया है. एक बीमा कंपनी के सीनियर ऑफिसर ने बताया कि दावों का आकलन केरल में स्थिति के सामान्य होने पर किया जाएगा.
ऑफिसर ने कहा कि कार, घर और उद्योग से जुड़े साधारण बीमा के दावे 1,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो सकते हैं.
तिरुवनंतपुरम में खुलेगा चक्रवात चेतावनी केंद्र
केरल और कर्नाटक में चक्रवाती तूफान और मौसम संबंधी गंभीर गतिविधियों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक महीने के भीतर तिरुवनंतपुरम में चक्रवात चेतावनी केंद्र बनाने की पहल की है.
बता दें, मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी केंद्र फिलहाल चेन्नई, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, कोलकाता, अहमदाबाद और मुंबई में कार्यरत हैं. केरल में मौसम के पूर्वानुमान की मूलभूत सुविधाएं मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार राज्य में एक और ‘सी-बेंड डॉप्लर वेदर राडार' बनाएगी.