संपत्ति को लेकर कंसलटेंसी देने वाली ग्लोबल कंपनी नाइट फ्रैंक के मुताबिक, इस साल की तीसरी तिमाही में दिल्ली एक स्थान ही छलांग लगाकर दुनिया का नौवां सबसे तेजी से उभरता प्राइम रेजिडेंशियल मार्केट बन गया है.
रिपोर्ट में बेंगलुरु 20वें और मुंबई 28वें स्थान पर
कंपनी की मंगलवार को जारी रिपोर्ट ‘प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स’ के मुताबिक, उस तिमाही के दौरान बेंगलुरु इस मामले में पांच स्थान फिसलकर 20वें स्थान पर आ गया है. मुंबई दो स्थान बढ़कर 28वें स्थान पर पहुंच गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को में इस दौरान प्राइम कैटेगरी के आवास की कीमतों में 11.1 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और यह टॉप पर है. इसके बाद फ्रैंकफर्ट में 10.3 प्रतिशत और ताईपेई में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली. हालांकि इस दौरान सियोल में लग्जरी आवासीय इकाइयों की कीमतें 12.9 प्रतिशत गिर गयीं.
कंपनी ने कहा कि नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश, वसंत विहार, आनंद निकेतन, डिफेंस कॉलोनी और ग्रीन पार्क जैसे इलाकों में तीसरी तिमाही के दौरान लग्जरी घरों के दाम में सालाना आधार पर 4.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई. इस दौरान लग्जरी रेजिडेंशियल यूनिट्स के दाम में बेंगलुरु में 2.1 प्रतिशत और मुंबई में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली.
‘ दिल्ली और मुंबई की रैंकिंग में सुधार हुआ है लेकिन इन दोनों ही शहरों में लक्जरी आवास की कीमतें पिछले तीन माह से एक जगह टिकी हुई हैं. ’शिशिर बैजल, चेयरमैन-प्रबंध निदेशक, नाइट फ्रैंक इंडिया
उन्होंने कहा कि भारत में फिलहाल नीतिगत जोर सस्ते और मध्य आयवर्ग के मकानों पर है. जहां तक विलासितापूर्व मकानों की परियोजनाओं का मामला है तो यह कारोबार मुख्य रूप से पैसे से मजबूत और संगठित कंपनियों के बलबूते चल रहा है.
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