ED ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों और करीबी सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी की. इसको लेकर कई विपक्षी पार्टी के नेताओं ने निंदा की है. इसके अलावा खुद लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर कहा कि "हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है. हमने वह लड़ाई भी लड़ी थी. आधारहीन प्रतिशोधात्मक मामलों में आज मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधू को भाजपाई ईडी ने 15 घंटों से बैठा रखा है. क्या इतने निम्न स्तर पर उतर कर बीजेपी हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेंगी?''
''संघ और बीजेपी के विरुद्ध मेरी वैचारिक लड़ाई रही है और रहेगी. इनके समक्ष मैंने कभी भी घुटने नहीं टेके हैं और मेरे परिवार एवं पार्टी का कोई भी व्यक्ति आपकी राजनीति के समक्ष नतमस्तक नहीं होगा.''लालू प्रसाद यादव, RJD चीफ
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि "बीजेपी सरकार ने CBI-ED और इनकम टैक्स विभागों को विपक्षियों के लिए हथियार और अपने कारनामों और घपलों के लिए ढाल बना लिया है. जनता सब देख रही है और बदलाव के लिए तैयार बैठी है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लालू यादव के समर्थन में ट्वीट कर कहा कि "अब पानी सिर के ऊपर से चला गया है. खड़ने ने कहा कि ''पिछले 14 घंटे से मोदी जी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर पर ED बैठा रखी है. उनकी गर्भवती पत्नी और बहनें को सताया जा रहा है. लालू यादव बुजुर्ग हैं, बीमार हैं, तब भी मोदी सरकार ने उनके प्रति मानवता नहीं दिखाई. अब पानी सिर के ऊपर से चला गया है.''
मोदी सरकार, विपक्षी नेताओं पर ED-CBI का दुरुपयोग कर लोकतंत्र की हत्या का कुत्सित प्रयास कर रही है. जब देश से भगोड़े करोड़ों लेकर भागे तब मोदी सरकार की एजेंसियां कहां थी ? जब “परम मित्र” की संपत्ति आसमान छूती है तो जांच क्यों नहीं होती? इस तानाशाही का जनता मुंहतोड़ जवाब देगी !मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष
वहीं, JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ने ट्वीट कर कहा कि "नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई दो बार जांच कर साक्ष्य नहीं जुटा पाई. लेकिन 9 अगस्त 2022 के बाद अचानक दिव्यशक्ति से उनको साक्ष्य मिलने लग गया और माननीय लालू प्रसाद जी एवं उनके परिजनों के यहां भारी छापेमारी हुई, खोदा पहाड़ निकली चुहिया.
अरे भाई...! साक्ष्य नहीं भी मिलता तो साक्ष्य दिखाने के लिए पालतू तोतें कुछ भी कर सकते हैं. गाय का सींग भैंस में और भैंस का सींग गाय में जोड़ रहे हैं. अखबार कहता है- 'एके इंफोसिस्टम के कारण छापा डाला गया है'... जिसका नौकरी से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन खैर पालतू तोतें अपने मालिक का निर्देश पाकर कुछ भी कर सकते हैं, अघोषित आपातकाल जो है. गर्भवती महिला और छोटे-छोटे बच्चों के साथ इस तरह का निर्मम आचरण देश में पहली बार हुआ है, देश इसको याद रखेगा. दमन चाहे जितना कर लें, 2024 में देश भाजपा मुक्त होगा.राजीव रंजन, JDU अध्यक्ष
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने कहा कि बीजेपी CBI-ED जैसी संस्थानओं के चरित्र को धूमिल कर रही है. विपक्षी नेताओं के खिलाफ छापेमारी में केंद्रीय एजेंसियां सीबीआई और ईडी किसी और की पटकथा का अनुसरण कर रही हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ छापे बिहार में पिछले साल अगस्त में सरकार बदलने की प्रतिक्रिया है. उन्होंने कहा, एक मामला जो बंद कर दिया गया था, उसे फिर से खोला गया है. यह अगस्त 2022 में जो कुछ हुआ, उसकी प्रतिक्रिया है. बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद, भाजपा और जेडीयू ने मिलकर सरकार बनाई थी.
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