कश्मीर घाटी में सोमवार,12 अगस्त की सुबह सभी मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई. पुलिस के मुताबिक, इस दौरान कहीं से हिंसा की कोई खबर नहीं है.
हालांकि घाटी में अभी भी लोगों के बड़ी तादाद में एक स्थान पर इकट्ठा होने पर रोक है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट किया, ‘'घाटी के अनेक हिस्सों में ईद की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई. अभी तक किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है.’
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी ट्वीट कर बताया कि अनंतनाग, बारामूला, बडगाम और बांदीपोर की मस्जिदों में शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा की गई. बारामूला की जामिया मस्जिद में करीब 10,000 लोगों ने ईद की नमाज एकसाथ पढ़ी.
जम्मू-कश्मीर प्लानिंग के प्रमुख सेक्रेटरी रोहित कंसाल ने भी कहा कि सभी जिलों में नमाज शांतिपूर्ण तरह से अदा की गई.
‘प्रशासन की तरफ से कुर्बानी के लिए करीब 2.5 लाख पशु लाए गए थे, 8 जगह में मंडी लगाई गई थी. ट्रेजरी और बैंक भी खुले रखे गए थे और 500 करोड़ से ज्यादा रुपये 2-3 में दिए गए, जिसमें कर्मचारी और बाकी लोगों की सैलरी भी शामिल है.’रोहित कंसल
अधिकारियों ने अलग-अलग मस्जिदों में मिठाइयां भी बांटी और लोगों के गले लगकर उन्हें ईद की बधाई दी.
ईद-उल-अजहा की पूर्व संध्या पर घाटी में प्रतिबंधों में थोड़ी छूट दी गई थी, ताकि लोग त्योहार के लिए खरीदारी कर सकें.
- 01/03जम्मू-कश्मीर में रविवार को प्रतिबंध से छूट दी गई(फोटो: AP)
- 02/03जम्मू में ईध की खरीदारी करती महिलाएं(फोटो: AP)
- 03/03मार्केट में दिखी ईद की रौनक(फोटो: AP)
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद से घाटी में प्रतिबंध लगे हुए हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित है.
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