भारतीय निर्वाचन आयोग ने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के चलते लोकसभा चुनाव 2019 आगे बढ़ने की संभावनाओं को खारिज किया है. चुनाव आयोग ने कहा है कि लोकसभा चुनाव तय समय पर ही कराए जाएंगे.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दो दिन तक चली चुनाव आयोग की बैठक के बाद ये बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर VVPAT का इस्तेमाल होगा.
लोगों ने EVM को फुटबॉल बना दिया हैः चुनाव आयोग
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (EVM) की विश्वसनीयता को लेकर कुछ राजनीतिक दलों की आपत्तियों पर कहा कि देश में ईवीएम को फुटबॉल बना दिया गया है. अरोड़ा ने कहा-
‘देश में दो दशकों से ज्यादा समय से ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है. अगर हम 2014 के लोकसभा चुनाव को लें तो ईवीएम से एक नतीजा आया. उसके चार महीने बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में नतीजा बिल्कुल दूसरा आया. हमने जाने-अनजाने में ईवीएम को पूरे देश में फुटबॉल बना दिया. अगर रिजल्ट एक्स है तो ईवीएम ठीक है, अगर नतीजा वाई है तो ईवीएम खराब है.’
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि इसके बाद भी हमने लोगों की भावना का संज्ञान लेते हुए VVPAT की व्यवस्था की. इसमें कुछ शुरुआती दिक्कतें आयीं. लेकिन उनकी भी व्यवस्था कर ली गयी है.
‘EVM पूरी तरह सुरक्षित, संदेह की गुंजाइश नहीं’
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी स्पष्ट कर दिया है कि देश में बैलट पेपर से वोटिंग की व्यवस्था बहाल नहीं की जाएगी. अरोड़ा ने कहा कि ईवीएम का निर्माण रक्षा उपकरण बनाने वाली 'हाईली सिक्योर' कम्पनियां भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (ईसीआईएल) करती हैं.
ईवीएम की व्यवस्था की निगरानी के लिये एक तकनीकी परामर्शदात्री समिति है, जिसके पास निर्णायक शक्ति है. वह ताकत चुनाव आयोग के पास भी नहीं है. उस समिति में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ शामिल हैं, लिहाजा संदेह की कोई गुंजाइश नहीं है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)