मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बना ली है. सोमवार को रात 9 बजे बीजेपी दल के नेता शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं, 24 मार्च को सरकार ने चार दिवसीय विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है. सत्र के पहले दिन शिवराज सिंह चौहान सबसे पहले बहुमत साबित करेंगे.
विधानसभा सचिवालय के एक अधिकारी ने सोमवार देर रात कहा कि चार दिवसीय सत्र के दौरान तीन बैठकें आयोजित की जाएगी.
इस दौरान सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने आधी रात को ही पद से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा उपाध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने नैतिकता को आधार बनाया.
11 बजे चौहान पेश करेंगे बहुमत
सत्र के पहले दिन सरकार के प्रति विश्वास मत लाया जाएगा. सीएम शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को 11 बजे सत्र के शुरू होते ही बहुमत पेश करेंगे. इस दौरान सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2020-21 का लेखानुदान भी पेश किया जाएगा.
क्या है बहुमत का गणित?
230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के 107 विधायक हैं. अपने 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की ताकत घटकर 92 रह गई है. वर्तमान में, विधानसभा की 24 सीटें खाली हैं, जिससे सदन में कुल विधायकों की संख्या 206 हो गई है.
इससे पहले, मध्य प्रदेश कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद कमलनाथ सरकार ने बहुमत खो दिया और पिछले हफ्ते सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था.
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