पिछले साल कई महीनों तक कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बने महाराष्ट्र में एक बार फिर से अलर्ट जारी हुआ है. इसका कारण है कि अब लोगों में कोरोना के प्रति लगातार लापरवाही बढ़ती जा रही है. जिसके बाद अब महाराष्ट्र सरकार कोरोना को लेकर एक्शन मोड में आई है. खुद सीएम उद्धव ठाकरे ने बढ़ रहे कोरोना मामलों पर लगाम कसने के लिए एक नया एक्शन प्लान तैयार किया है. जिसके तहत अब अमरावती, यवतमाल और अकोला को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. साथ ही अमरावती और यवतमाल में वीकली लॉकडाउन लगाने के आदेश जारी हुए हैं.
लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना मामले
17 फरवरी को महाराष्ट्र में 4,787 कोरोना केसे दर्ज हुए, जो पिछले 70 दिनों में सबसे बड़ा उछाल था. जबकि मुंबई में 721 नए मामले सामने आए, जो पिछले 45 दिनों में सबसे ज्यादा हैं. इसीलिए सीएम उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता मे लगातार अधिकारी और मंत्रियों के साथ बैठकों का दौर शुरू है.
16 फरवरी को सभी जिला अधिकारी, विभागीय आयुक्त और स्वास्थ्य मंत्री के साथ हुई बैठक के बाद गुरुवार दोपहर को फिर सीएम उद्धव ठाकरे और डिप्टी सीएम अजित पवार के बीच स्थिति का जायजा लेने के लिए बैठक हुई. इस बैठक मे राज्य के प्रमुख शहरों के साथ ग्रामीण इलाकों मे भी कोरोना का प्रसार बढ़ने पर चर्चा हुई. इसी बैठक में लॉकडाउन लगाने और कुछ जगहों को कंटेनमेंट जोन घोषित करने को लेकर भी चर्चा हुई.
क्या है ठाकरे सरकार का एक्शन प्लान?
माइक्रो जिओ मैपिंग: हर जिले में पीएचयू यानी प्राइमेरी हेल्थ यूनिट के आधार पर तालुका स्तर के ब्लॉक्स बनाए जाएंगे. इन जगहों से कोरोना की संख्या की माइक्रो मॉनिटरिंग होगी. किसी ब्लॉक मे पॉजिटीविटी रेट बढ़ता नजर आया तो वहां पर बॉर्डर सील कर प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे.
विदर्भ के अमरावती, अकोला और यवतमाल जिले में पिछले एक हफ्ते में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिसके बाद सरकार ने इन जिलों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है. साथ ही 21 फरवरी को तीनों जिलों में लॉकडाउन के आदेश जारी हुए हैं. साथ ही मुंबई के चेंबूर, तिलक नगर, बोरिवली जैसे हॉटस्पॉट बने इलाकों में 550 से ज्यादा बिल्डिगों और सोसाइटीज को सील कर दिया है.
क्वारंटीन की सख्ती: कोरोना के लक्षण या फिर बाहर से आए यात्रियों को इन्स्टीट्यू्शनल या होम क्वारंटीन के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. मुंबई मे क्वारंटीन का स्टाम्प लगा हुआ व्यक्ति अगर बाहर घूमता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान है.
मास्क अप मुहिम मे तेजी: महाराष्ट्र समेत मुंबई में मास्क अप मुहिम में एक बार फिर से तेजी लाई गई है. बिना मास्क के घूमने वालों की अब फोटो क्लिक कर पुलिस को भेजी जाएगी. इस मुहिम पर तैनात मार्शल्स से बहस करने वालों पर सख्त कारवाई की जाएगी. आपको बता दें कि सिर्फ मुंबई मे बीएमसी ने एक दिन मे करीब 13 हजार लोगों पर कारवाई कर 25 लाख रुपये वसूल किए हैं. इतना ही नहीं पिछले मार्च 2020 से बीएमसी ने करीब 30 करोड़ रुपये की राशि मास्क की कारवाई से वसूल की है. लेकिन फिर भी लोगों में लापरवाही देखी जा रही है.
समारोह-आंदोलनों पर पाबंदी: हर जिले में वार्ड लेवल पर शादी के हॉल, होटल, पब्लिक पार्क और लोगों के जमा होने वाली जगहों पर नजर रखी जाएगी. तय संख्या से ज्यादा लोग पाए गए तो दंडात्मक कारवाई होगी. साथ ही आयोजकों के साथ उस जगह के मालिक पर भी कारवाई का प्रावधान है. इसके अलावा राजनैतिक रैलियां और आंदोलनों को इजाजत देने से पहले स्थानीय स्थिति को ध्यान मे रखा जाएगा.
मोबाइल टेस्टिंग पर जोर: RT-PCR टेस्ट में आई कमी के कारण अब सरकार ने मोबाइल टेस्टिंग पर जोर देना शुरू किया है. टेस्टिंग के दाम भी अब कम से कम 850 तक लाए गए हैं. टेस्टिंग के साथ पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क मे आए 20 लोगों की ट्रेसिंग करना अनिवार्य कर दिया है.
लोकल ट्रेनों पर मार्शल: मुंबई मे कोरोना बढ़ने का प्रमुख कारण आम लोगों के लिए खुली लोकल ट्रेन मानी जा रही है. ऐसे मे कोरोना नियमों का पालन करने के लिए सेंट्रल, हार्बर और वेस्टर्न इन तीनों लाइनों पर 300 मर्शल्स तैनात किए गए हैं.
एयरपोर्ट पर कोविड रिपोर्ट अनिवार्य: राज्य के लोगों के साथ राज्य के बाहर से आने वाले लोगों के साथ भी सख्ती बरती जा रही है. गोवा, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और केरल से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर 72 घंटे पहले का कोविड नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है. यही नियम यूके, यूरोप और मिडल ईस्ट देशों से आने वाले यात्रियों के लिए लागू है.
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