महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से सीबीआई के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. यs पूछताछ मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में की गई है. सिंह के आरोपों से जुड़े उनसे 36 से अधिक सवाल किए गए.
देशमुख ने आरोपों से किया इनकार
सूत्रों ने कहा कि अधिकांश सवालों का जवाब देते हुए, देशमुख ने कथित तौर पर कहा कि वह इस मामले में शामिल नहीं हैं और आरोप लगाया कि आरोप राजनीतिक उद्देश्यों के तहत लगाए गए हैं..
वरिष्ठ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बुधवार सुबह करीब 10 बजे कलिना के डीआरडीओ गेस्ट हाउस पहुंचे थे. इससे पहले सोमवार को, सीबीआई ने देशमुख के दो सहयोगियों - कुंदन शिंदे और संजीव पलांडे से पूछताछ की थी और उनके बयानों को रिकॉर्ड किया था.
इसके अलावा, सीबीआई ने सिंह, निलंबित पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे, सहायक पुलिस आयुक्त संजय पाटिल और शिकायतकर्ताओं में से एक जयश्री पाटिल और कुछ अन्य गवाहों से भी पूछताछ की थी.
क्या है पूरा मामला?
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर बम विस्फोटकों से भरी हुई कार मिलने के बाद मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वझे को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को हटा दिया. हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने एक चिट्ठी लिखी, जिसमें गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए गए. देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने सचिन वझे को हर महीने करोड़ों रुपये की वसूली करने को कहा था.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)