वीडियो एडिटर: कनिष्क दांगी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में नई पाबंदियों का ऐलान किया है. ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में हालात काफी गंभीर हैं और अस्पतालों पर दबाव है. सीएम ठाकरे ने कहा कि सख्त कदम उठाने का वक्त आ गया है. मैं लॉकडाउन की बात नहीं कर रहा हूं. लेकिन जो पाबंदियां लगाई जा रही हैं, वो लॉकडाउन की तरह ही हैं. रोजी रोटी जरूरत है, लेकिन जान बचाना भी जरूरी है.
महाराष्ट्र में क्या लगाए गए प्रतिबंध?
- कल रात को 8 बजे से ब्रेक द चेन अभियान लागू किया जाएगा, पूरे राज्य में धारा 144 लागू रहेगी.
- पूरे राज्य में अगले 15 दिनों तक संचारबंदी लागू की जाएगी, बिना जरूरत के आना जाना बंद करना होगा
- अगर जरूरी काम नहीं है तो आप घर के बाहर नहीं निकलेंगे, इसे जनता कर्फ्यू जैसा समझें
- जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सेवाएं और दफ्तर बंद रहेंगे
- ट्रांसपोर्टेशन बंद नहीं हो रहा है, ये सभी चीजें सिर्फ जरूरी चीजों के लिए खुली रहेंगीं
- जो कंस्ट्रक्शन के लोग हैं, उनसे विनती है कि जहां पर काम चल रहा है वहीं मजदूरों के रहने की व्यवस्था करें
- रेस्टोरेंट में आप टेक अवे कर सकते हैं, वहां बैठकर खाना नहीं खा सकते हैं
- गरीबों कार्ड धारकों को तीन महीने तक तीन किलो गेंहूं और दो किलो चावल मुफ्त दिए जाएंगे, शिवभोजन थाली को पहले 5 रुपये में दिया जाता था, उसे अब मुफ्त में दिया जाएगा
- कंस्ट्रक्शन में काम करने वाले मजदूरों को 1500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. हमारे पास 12 लाख मजदूरों रजिस्टर हैं, जिन्हें ये मदद दी जाएगी.
- रजिस्ट्रेशन वाले हॉकर्स को भी आर्थिक मदद दी जाएगी, इसके अलावा परमिट होल्डर रिक्शा चालकों को भी 1500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी
सीएम ने बताया कि, हमने 3 हजार 300 करोड़ रुपये अलग निकाले हैं, जो बजट से अलग होंगे. इस तरह से करीब 5.5 करोड़ रुपये लोगों को मदद और सुविधाएं देने के लिए हमने अलग रखे हुए हैं.
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि, कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं इसलिए परीक्षाओं को हम बाद में करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से मैं अलग-अलग लोगों से चर्चा कर रहा हूं. लेकिन अगर ये वक्त हमारे हाथ से निकल गया तो कोरोना की स्थिति और खराब होती चली जाएगी. हमारे यहां 1200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है, जिसका इस्तेमाल हॉस्पिटलों में किया जा रहा है.
ऑक्सीजन की लगातार सप्लाई जारी, एयरफोर्स के सहयोग की मांग
सीएम ठाकरे ने कहा कि, रेमेडेसिवीर की मांग तेज हो चुकी है. हमारे पास ये दवा आना शुरू हो गया है. जहां से रेमेडेसिवीर मिल पा रहा है, वहां से हम खरीद रहे हैं. हमने केंद्र से ऑक्सीजन के लिए भी मांग की है. हम कोई भी मरीजों की संख्या या मौतों को छिपाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. जो हालात हैं वो सभी के सामने हैं. इसीलिए हमने पीएम से ऑक्सीजन की मांग की है. यहां जितनी भी इंडस्ट्री हैं, उनसे भी ऑक्सीजन ली जा रही है.
सीएम ने कहा कि ऑक्सीजन मंगवाई जा रही है, लेकिन उसमें समय लगेगा. इसीलिए हम पीएम से लगातार विनती कर रहे हैं कि हमें इसकी जरूरत है. मैं पीएम से हवाई मार्ग से ऑक्सीजन की मांग कर रहा हूं. इसके लिए एयरफोर्स की भी मदद ली जा सकती है.
सीएम ठाकरे ने कहा कि, हम केंद्र सरकार को जीएसटी रिटर्न भरने की सीमा को आगे बढ़ाने की मांग करेंगे. लघु उद्योग करने वालों को इससे राहत मिलेगी. पीएम से ये भी विनती है कि जिन लोगों को आर्थिक संकट हो रहा है, उन्हें भी मदद दी जाए. पीएम ने कहा कि 11 से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव करें, लेकिन वैक्सीनेशन में सिर्फ 4 दिन क्यों, इसकी रफ्तार तो बढ़ानी ही चाहिए. वैक्सीनेशन को लेकर ठाकरे ने कहा-
ब्रिटेन ने भी कड़ा लॉकडाउन लगाया, इसी समय में यहां काफी बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन हुआ. इसका नतीजा ये हुआ कि वहां पर डेथ रेट कम हो गया और हॉस्पिटलों पर बोझ कम हो गया. हमें अपने यहां भी यही करने की जरूरत है. ये भी नहीं कहा जा सकता है कि हम पीक पर पहुंच चुके हैं या फिर नहीं.
सीएम ठाकरे ने कहा कि, मुझे ये कहना है कि इस बार कोरोना के मरीजों की संख्या भयावह है. हम सभी व्यवस्था को देख रहे हैं, आरोग्य सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर बेड, आइसोलेशन बेड बढ़ाने का काम कर रहे हैं.
सीएम ठाकरे ने नए डॉक्टरों और रिटायर हो चुके डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि वो भी इस लड़ाई में आकर हमारा साथ दें. ठाकरे ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को मैं ये कहना चाहता हूं कि ये समय किसी पर उंगली उठाने का नहीं है. सभी राजनीतिक पार्टियों को एक साथ बिठाकर ये बताने की जरूरत है. ये समय एक साथ आकर इस संकट से लड़ना होगा.
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