ADVERTISEMENTREMOVE AD

कश्मीर के बच्चों को स्कूल जाने में मदद कीजिए-मलाला की UN से मांग

पाकिस्तान की शिक्षा अधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने कश्मीर का मुद्दा उठाया

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित और पाकिस्तान की शिक्षा अधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने घाटी में तनाव भरे हालात के बीच संयुक्त राष्ट्र से कश्मीर में शांति लाने और बच्चों को दोबारा स्कूल भेजने में मदद करने की दिशा में काम करने की अपील की है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

भारत सरकार की ओर से पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और पाबंदियां लगाने के बाद से ही समूची घाटी में आम जनजीवन प्रभावित है. ज्यादातर दुकानें और स्कूल बंद हैं तथा सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद है.

यूसुफजई ने कहा-

मैं यूएनजीए के नेताओं और अन्य से कश्मीर में शांति लाने की दिशा में काम करने, कश्मीरियों की आवाज सुनने और बच्चे स्कूलों की ओर लौट सकें, इसमें मदद करने का अनुरोध कर रही हूं.
मलाला यूसुफजई, पाकिस्तानी शिक्षा अधिकार कार्यकर्ता

22 साल की मलाला ने कहा कि वह उन रिपोर्टों से चिंतित हैं जिनमें कहा गया है कि 40 दिन से ज्यादा वक्त से बच्चे स्कूल नहीं जा सके हैं,लड़कियां घर से निकलने में डर रही हैं .

मलाला ने ट्वीट करके लिखा-

‘‘ मैं कश्मीर में रहने वाली लड़कियों से अभी सीधे बातचीत करना चाहती हूं. कश्मीर में संचार माध्यमों पर पाबंदियों की वजह से लोगों की कहानियां जानने के लिए बहुत से लोगों को काफी काम करना पड़ा. कश्मीरी दुनिया से कटे हुए हैं और वह अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं. कश्मीर को बोलने दो.’’
0

कश्मीर में 5 अगस्त से ही लगे हैं कई प्रतिबंध

बता दें, केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को दिए विशेष राज्य के दर्जे को हटाने के बाद राज्य को अभूतपूर्व सुरक्षा कवच के तहत रखा है. टॉप सैन्य अधिकारी उसके बाद से कश्मीर में पाकिस्तान के आक्रामक रवैये के मद्देनजर एलओसी के समीप सुरक्षा तैयारियों की लगातार समीक्षा कर रहे

370 हटने के महीने भर बाद किस हाल में कश्मीर-क्विंट ग्राउंड रिपोर्ट

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×