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मनसुख को मौत से पहले सचिन वझे के जिस करीबी ने किया कॉल वो गिरफ्तार

सट्टेबाज नरेश धारे ने पुलिस कॉन्सटेबल शिंदे को गुजरात में रजिस्टर्ड सिम उपलब्ध कराई

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मुकेश अंबानी धमकी केस दिन-ब-दिन और उलझता जा रहा है. अब महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म सक्वॉड (ATS) ने मनसुख हीरेन मर्डर केस में 21 मार्च को 2 और लोगों को गिरफ्तार किया है. इन गिरफ्तार लोगों में आरोपी इंस्पेक्टर सचिन वझे का एक करीबी कॉन्सटेबल और एक सट्टेबाज शामिल हैं.

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31 साल के सट्टेबाज नरेश धारे और 55 साल के सस्पेंड किए जा चुके पुलिस कॉन्सटेबल विनायक शिंंदे को 21 मार्च को पहले हिरासत में लिया गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया. बता दें कि मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के घर के बाहर से विस्फोटकों से भरी एक कार मिली थी, जिसके मालिक मनखुख हीरेन थे. मनसुख हीरेन की लाश मुंब्रा क्री के पास से पुलिस ने बरामद की थी.

शिंदे ने 'तावड़े' बनकर हीरेन को कॉल किया

सूत्रों ने क्विंट के बताया है कि इन्सपेक्टर सचिन वझे के करीबी कॉन्सटेबल शिंदे ने कार के मालिक मनसुख हीरेन को 'तावड़े' बनकर कांदिवली क्राइम ब्रांच से कॉल किया और हीरेन को मुंबई के गोदबंदर इलाके में बुलाया. एक दिन बाद हीरेन की लाश मिली.

7 मार्च को दर्ज की गई FIR में हीरेन की पत्नी कमला ने कथित तौर पर बताया था कि हीरेन 'तावड़े' नाम के पुलिस अधिकारी का फोन आने के बाद घर से चले गए.

सट्टेबाज नरेश धारे ने पुलिस कॉन्सटेबल शिंदे को गुजरात में रजिस्टर्ड सिम उपलब्ध कराई, जिससे कि वो हीरेन को कॉल कर सके.

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मनसुख हीरेन केस

मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के घर के बाहर से विस्फोटकों से भरी एक कार मिली थी, जिसके मालिक मनखुख हीरेन थे. मनसुख की लाश क्रीक के पास 5 मार्च को मिली. हीरेन की कार मुकेश अंबानी के घर के सामने कार मिलने के कुछ दिन पहले ही चोरी हुई थी. अब हीरेन मौत केस की जांच भी NIA ने अपने हाथ में ले ली है.

अब तक विस्फोटक वाले केस में पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वझे को गिरफ्तार किया गया है. हीरेन मौत में कथित तौर पर सचिन वझे की भूमिका की जांच महाराष्ट्र एटीएस अभी भी कर रही है.

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