लोकसभा चुनाव से पहले तमिलनाडु और महाराष्ट्र में बीजेपी के गठबंधन के ऐलान पर बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कटाक्ष किया है. मायावती ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा है कि बीजेपी आने वाले चुनाव में हार के डर से गठबंधन करने को मजबूर है. मायावती ने सवाल पूछा है कि अगर बीजेपी के पास मजबूत नेतृत्व है तो फिर गठबंधन की क्या जरूरत पड़ी.
मायावती ने ट्विटर पर लिखा है,
बीजेपी द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले बिहार फिर महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पूरी लाचारी में दंडवत होकर गठबंधन करना क्या इनके मजबूत नेतृत्व को दर्शाता है? वास्तव में बीएसपी-एसपी गठबंधन से बीजेपी इतनी ज्यादा भयभीत है कि इसे अब अपने गठबंधन के लिये दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है.
“2019 में बीजेपी का घमंड टूटेगा, सरकार जाएगी”
मायावती ने किसानों और गरीबों का हवाल देते हुए सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, “बीजेपी अब चुनाव के समय में चाहे लाख हाथ-पांव मार ले, इनकी गरीब, मजदूर, किसान और जनविरोधी नीति और इनके अहंकारी रवैये से लगातार दुखी और त्रस्त हैं. देश की 130 करोड़ जनता इन्हें अब किसी भी कीमत पर माफ करने वाली नहीं है. जनता इनका घमंड चुनाव में तोड़ेगी और इनकी सरकार जाएगी.”
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बिहार,महाराष्ट्र और तमिलनाडु में बीजेपी ने किया गठबंधन
बता दें कि बिहार के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. लोकसभा चुनाव में शिवसेना 23 और बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं विधानसभा में दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा तमिलनडु में भी बीजेपी एआइएडीएमके और पट्टाली मक्कल कत्ची (पीएमके) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है. समझौते के तहत बीजेपी तमिलनडु में सिर्फ 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो वहीं पीएमके 7 सीटों पर.
बिहार में भी बीजेपी-जेडीयू और रामविलास पासवान की एलजेपी का गठबंधन हो चुका है. बीजेपी-जेडीयू 17-17 सीटों पर और एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
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