जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने भारत सरकार समेत जम्मू-कश्मीर के गृह सचिव को लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने महबूबा मुफ्ती के हवाले से धारा 370 हटाए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए लोगों के बारे में जानकारी मांगी है. बता दें महबूबा मुफ्ती पिछले 5 अगस्त से नजरबंद हैं.
इस लेटर को उन्होंने महबूबा मुफ्ती के ट्विटर अकाउंट से भी शेयर किया है. इल्तिजा का दावा है कि उन्हें न तो राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी दी जा रही है, न ही अखबार पढ़ने दिए जा रहे हैं. उन्हें केवल उनके घर के लोगों से ही मिलने दिया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इल्तिजा ने पिछले हफ्ते उनसे मुलाकात की थी.
लेटर में भारत सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन के गृह सचिव को संबोधित करते हुए उन्होंने लिखा,
मेरी मां ने मुझसे हुई मुलाकात में ताजा संवैधानिक आदेश के बाद गिरफ्तारियों पर चिंता जताई है. एक बड़ी राजनीतिक पार्टी की प्रेसिडेंट और राज्य की पिछली मुख्यमंत्री के बतौर उन्होंने मेरे जरिए आपसे कुछ जानकारी मांगी है.इल्तिजा, महबूबा मुफ्ती की बेटी
इल्तिजा ने आगे लिखा कि वे चाहती हैं उन्हें तीन दिन में यह जानकारी दी जाए. इल्तिजा के लेटर में जिन आंकड़ों की मांग की गई है, वो कुछ इस तरह हैं.
- 5.08.2019 के बाद हिरासत में लिए गए, गिरफ्तार या नजरबंद किए गए जम्मू कश्मीर के नागरिकों की संख्या का आंकड़ा. जिला और पुलिस स्टेशन द्वारा जुटाई गई जानकारी को देने की कृपा करें.
- मांग एक की तरह, सूचियां बनाकर ऐसे लोगों की संख्या दें, जो नाबालिग हैं, जिनकी उम्र 12 से 15 साल के बीच है और ऐसे बच्चे जो 12 साल से छोटे हैं, जिन्हें 05.08.2019 के बाद गिरफ्तार, हिरासत या नजरबंद किया गया है.
- कृप्या मांग एक और दो की तरह सूचीबद्ध तरीके से उन लोगों की संख्या बताएं जिन्हें हिरासत में लिया गया और राज्य के बाहर जेलों में भेजा गया है.
- उन लोगों की संख्या बताएं जिनकी मौत 05.08.2019 के बाद हिरासत में लिए जाने, गिरफ्तार होने या नजरबंद किए जाने के दौरान हुई.
- जम्मू एंड कश्मीर पब्लिक सेफ्टी एक्ट में हिरासत में लिए गए लोग, जिनकी सूची जिला और पुलिस प्रशासन ने बनाई होगी. इसमें नाबालिग, बच्चे और महिलाओं की संख्या भी शामिल हो.
- ऐसे लोगों की संख्या जिन्हें हिरासत में लिए जाने के बाद अपने करीबियों से अबतक नहीं मिलने दिया गया.
- ऐसे लोगों की संख्या जिनके लिए कोर्ट में हीबियस कॉर्पस रिट लगाई गई है. साथ ही उन लोगों की संख्या जो इसके बाद छोड़े गए हैं.
इल्तिजा ने उम्मीद जताई है कि उन्हें इन सवालों का जवाब जरूर मिलेगा.
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