पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने 2 जनवरी को आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने उन्हें उनके नाना मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र पर जाने से रोक दिया. इल्तिजा ने कहा है कि उनके गुप्कर रोड स्थित आवास से बाहर जाने पर रोक लगा दी है.
विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) सुरक्षा प्राप्त इल्तिजा ने कहा कि उन्होंने अनंतनाग जिले के बिजबेहरा इलाके में अपने नाना की कब्र पर जाने की इजाजत मांगी थी.
कश्मीर के पांच राजनेताओं को पांच महीने बाद नजरबंदी से रिहा किए जाने के कुछ दिनों बाद ये मामला सामने आया है.
इल्तिजा ने कहा, "मैंने अपने निजी सुरक्षा अधिकारी और ड्राइवर को अधिकारियों से अनुमति लेने के लिए भेजा था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया."
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि अगर अधिकारी उन्हें उनके आवास से बाहर जाने से रोकते हैं तो वो अदालत का रुख करेंगी. इल्तिजा ने बताया कि घर से बाहर जाने पर रोक लगाए जाने के बाद वो एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करना चाहती थीं, लेकिन अधिकारियों ने अनुमति नहीं दी.
उन्होंने कहा, "मैं कोई विरोध प्रदर्शन नहीं कर रही, बल्कि अपने नाना की कब्र पर जाना चाहती हूं. एक तरफ तो सरकार मीडिया को बता रही है कि स्थिति अच्छी है और दूसरी तरफ वो इस तरह के प्रतिबंध लगा रहे हैं."
इल्तिजा ने लगाया नजरबंदी का आरोप
इल्तिजा ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा है कि उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया गया है और बाहर कहीं नहीं जाने दिया गया.
हालांकि, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुनीर खान ने इल्तिजा को नजरबंद किए जाने की बात से इनकार करते हुए कहा कि ''अनंतनाग जिला प्रशासन ने उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं दी थी.''
खान ने कहा, ''हमें यह भी ध्यान रखना चाहिये कि कि उन्हें एसएसजी सुरक्षा मिली हुई है, लिहाजा उन्हें कहीं भी जाने से पहले पुलिस की मंजूरी लेनी होती है.''
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