असम के लिए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की फाइनल लिस्ट ने कई नेताओं को भी परेशानी में डाल दिया है. ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायक अनंत कुमार मालो का नाम ही इस लिस्ट से गायब हो गया है. वहीं कांग्रेस के विधायक इलियास अली की बेटी का नाम भी इस लिस्ट से गायब है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों के अलावा एआईयूडीएफ के पूर्व विधायक अताउर रहमान मजहरभूयन का भी परिवार सहित नाम इस लिस्ट से गायब है.
असम के स्थानीय न्यूज पोर्टल नॉर्थईस्ट नाऊ के मुताबिक मजरभूयन और उनके परिवार का नाम 31 दिसंबर 2017 को जारी ड्राफ्ट एनआरसी लिस्ट में नाम था.
लेकिन शनिवार 31 अगस्त को जारी आखिरी लिस्ट में पूरे परिवार का नाम गायब है. नॉर्थईस्ट नाउ से बातचीत में मजरभूयन ने कहा,
"30 जुलाई 2018 को जो आखिरी ड्राफ्ट लिस्ट जारी हुई थी उसमें मेरा और मेरे बेटे-बेटी का नाम उस लिस्ट से गायब था. मुझे नोटिस दिया गया था और काटीगोराह के दूधपुर में एनआरसी सेवा केंद्र नंबर 8 में आने को कहा था.”
मजरभूयन ने बताया कि उन्होंने अपने सारे दस्तावेज दिखाए और अपना नाम क्लियर करवाया. उन्हें दिलासा दिया गया था कि गलती को सुधार लिया जाएगा, लेकिन आखिरी लिस्ट में ये सुधार नहीं हुआ.
वहीं, एआईयूडीएफ के विधायक अनंत कुमार मालो ने आउटलुक से बात करते हुए कहा कि वो नियमों का पालन करेंगे.
“मैं एक हिंदुस्तानी हूं और मेरे पूर्वज भी हिंदुस्तानी ही थे. इसको लेकर किसी तरह का कोई शक नहीं है. मुझे नहीं पता क्यों मेरा, मेरे बेटे और मेरे पोते का नाम इस लिस्ट में नहीं है. मैं नियमों का पालन करूंगा. उम्मीद है कि नाम जुड़ जाएगा.”अनंत कुमार मालो, AIUDF विधायक (आउटलुक से बातचीत में)
सिर्फ यही कुछ बड़े नाम नहीं हैं, जिनको आखिरी लिस्ट में जगह नहीं मिली. इनके अलावा भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी मोहम्मद सनाउल्लाह का भी नाम इस लिस्ट में नहीं है.
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