देश की राजधानी दिल्ली के मुकाबले आर्थिक राजधानी मुंबई में COVID -19 टेस्ट की संख्या कम है. लेकिन अब बीएमसी ने मुंबई में टेस्ट को और बढ़ाने का फैसला किया है. बीएमसी का कहना है कि मुंबई में जल्द RTPCR टेस्ट की तीन नई लैब शुरू की जाएगी. एक लैब में रोज 1200 टेस्ट हो पाएंगे. ये लैब सायन, कूपर और नायर अस्पताल में बनाए जाएंगे. नई RTPCR मशीन का ऑर्डर बीएमसी ने दे दिया है. मुंबई में टेस्टिंग के लिए करीब 10 लैब हैं.
ज्यादा टेस्ट, कोरोना कम
डेटा का मुताबिक 1 जुलाई से 19 जुलाई के बीच मुंबई में एवरेज 5,500 टेस्ट हुए, लेकिन दिल्ली की तुलना में ये काफी कम है. क्योंकि दिल्ली सरकार जो डेटा दे रही है उसके मुताबिक रोज 20 हजार से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं. शुरू से कहा जा रहा है कि कोरोना का फिलहाल एक ही इलाज है ट्रेसिंग और टेस्टिंग. शायद यही वजह है कि दिल्ली में संक्रमण की रफ्तार घटी है. दिल्ली इस वक्त 100 लोगों के टेस्ट 6 के करीब लोग पॉजिटिव आ रहे हैं. यही इन्फेक्शन रेट पहले 30% थी. दिल्ली में मौत के मामले भी अब कम आ रहे हैं.
मुंबई के डेटा की अगर बात करें तो पता चलता है कि शहर में बीएमसी ने जब से टेस्टिंग बढ़ाई है, इन्फेक्शन रेट में गिरावट देखने मिली है. जून में इन्फेक्शन रेट 27% थी जो जुलाई में 20% पर आ गई.
मुंबई में 1 लाख से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं. अच्छी बात ये है कि एक्टिव केस की संख्या सिर्फ 24 हजार के आसपास है, जो कि ठाणे और पुणे से कम है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)