जेल से रिहा होकर जेएनयू पहुंचे कन्हैया कुमार ने डॉक्टर्ड वीडियोज से लेकर अफजल गुरु मामले पर अपनी बात रखी.
अफजल गुरु के मुद्दे पर कन्हैया कुमार ने कहा कि अफजल गुरु उनके आदर्श नहीं हैं, बल्कि उनके आदर्श रोहित वेमुला हैं. जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे पत्रकारों ने अफजल पर सवाल पूछा, तो कन्हैया कुमार ने कुछ इस अंदाज में जवाब दिया.
अफजल गुरु इस देश के नागरिक थे, जिन्हें कानून ने सजा दी है. मेरे आदर्श अफजल गुरु नहीं, रोहित वेमुला हैं.
किसी पर न लगे देशद्रोह कानून
देशद्रोह का मामला दर्ज होने पर कन्हैया कुमार ने कहा कि ये एक गलत कानून है और उनके हिसाब से ये कानून सिर्फ उमर या अनिर्बान ही नहीं, बल्कि किसी के भी ऊपर नहीं लगाया जाना चाहिए.
उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को कन्हैया कुमार के कुछ दिनों बाद गिरफ्तार किया गया है. दोनों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है और फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.
थोड़ा इंतजार करें राजनीतिक पार्टियां
कन्हैया कुमार से जब पूछा गया कि क्या वे राजनीतिक पार्टियों के प्रचार में हिस्सा लेंगे, तो उन्होंने कहा, “जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष होने के नाते उनकी जवाबदेही यूनिवर्सिटी के छात्रों के प्रति हैं, इसलिए राजनीतिक पार्टियां थोड़ी इंतजार कर सकती हैं”
कन्हैया ने 9 फरवरी की घटना पर भी अपना बयान दिया. उन्होंने कहा 9 फरवरी की घटना पूरी तरह से निंदनीय है. लेकिन, ये देशद्रोह है कि नहीं, ये कोर्ट को तय करना है.
राष्ट्रविरोधी नहीं हैं जेएनयू छात्र
कन्हैया ने जेएनयू छात्रों पर राष्ट्रद्रोही तमगा लगाए जाने पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि वे देश को आश्वस्त करना चाहते हैं कि जेएनयू का कोई छात्र राष्ट्रविरोधी नहीं हो सकता.
डॉक्टर्ड वीडियोज पर कन्हैया ने कहा कि पूरे देश को ये समझना चाहिए कि जेएनयू का नाम खराब करने की कोशिश की जा रही है.
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