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नवाब मलिक का आरोप- देंवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में चला जाली नोटों का धंधा

नवाब मलिक ने कहा देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ कई मामले हैं वो आगे सामने लाएंगे

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महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने आज फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर हमला बोला है, देवेंद्र फडणवीस के आरोपों का जवाब देते हुए नवाब मलिक ने आज पलटवार करते हुए कहा मुख्यमंत्री रहते हुए देवेंद्र फडणवीस ने अंडर वर्ल्ड के लोगों को महामंडलों पर अध्यक्ष क्यों बनाया?

8 नवंबर 2016 को देश में नोटबंदी की गई थी. देश भर में जाली नोट पकड़े जाने लगे थे, लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र में एक भी जाली नोट का मामला सामने नहीं आया था, क्योंकि देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का खेल महाराष्ट्र में चल रहा था.
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नवाब मलिक ने कहा कि कल हुए आरोपों पर कुछ अधिक जानकारी दूंगा. 2005 में मैं मंत्रिपद पर नही था. मुनीरा से संपत्ति लेने के बाद सलीम पटेल की पूर्व गृहमंत्री आर आर पाटिल के साथ तस्वीर वायरल हुई थी. सलीम पटेल मुनीरा का पावर ऑफ एटॉर्नी था.

NCB में निर्दोष लोगों को फंसाने का और करोड़ों की उगाही के खिलाफ में जो लड़ाई लड़ रहा हूं उसको देवेंद्र फडणवीस डाइवर्ट कर रहे है.

नवाब मलिक के फडणवीस पर 6 नए आरोप

स्नैपशॉट

1) मुन्ना यादव एक बड़ा गुंडा है. हत्याओं के आरोप है. नागपुर में इसकी दहशत है. इसको कंस्ट्रक्शन बोर्ड का अध्यक्ष कैसे बनाया गया? इसपर कई गंभीर मुकदमे चल रहे है.

2) हैदर आजम को मौलाना आजाद फाइनांस ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया. ये बांग्लादेशी लोगों को यहां बसाने का काम करता हैं. उसकी दुसरी बीवी बांगलादेशी है. जब मलाड पुलिस स्टेशन उनके खिलाफ मामला दर्ज कर रही थी तब मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन करके मामला दबाने का काम किया या नहीं?

3) क्या आपके कार्याकाल मे विदेश से कुख्यात लोगों के धमकी के फोन नही आते थे. फिर पुलिस प्रोटेक्शन के नाम और सेटलमेंट करती थी. जिसके बाद उगाही का काम होता था.

4) 8 नवंबर को नोटबंदी हुई. अतंकवाद और काला धन खत्म करने के लिए मोदीजी ने ये कदम उठाया. पंजाब, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु 8 अक्टूबर 2017 तक एक भी जाली नोटों का मामला सामने नही आया. डायरेक्टर इंटेलिजेंस रेवेन्यू ने छापेमारी की और 14 करोड़ 56 लाख के जाली नोट पकड़े गए. उस समय फडणवीस ने ये मामला रफा-दफा करने में मदद किए. मुंबई, पुणे और नवी मुंबई में गिरफ्तारियां हुईं, लेकिन 14 करोड़ की जब्ती को 8 लाख 80 हजार बताकर मामला दबाया गया. इस मामले का अधिकारी समीर वानखेड़े था.

समीर वानखेड़े की इंटेलिजेंस रेवेन्यू पद पर पोस्टिंग 1 जुलाई 2017 कोई हुई. पिछले कई सालों से वानखेड़े को मुंबई में पोस्टिंग कैसे मिलती है?

5)) पाकिस्तान के जाली नोट भारत में चले इसकी अंतिम जांच आगे नही बढ़ती. मामला NIA को नही सौंपा गया. क्योंकि इस रैकेट को सरकार का समर्थन था. पकड़े हुए इमरान आलम शेख ये हाजी अरफ़ात शेख का छोटा भाई है. हाजी अरफात शेख को देवेंद्र फडणवीस ने माइनॉरिटी कमीशन का चेयरमैन बनाया था.

6) 19 अक्टूबर को रियाज भाटी डबल पासपोर्ट के साथ एयरपोर्ट पर पकडा गया. इसके दावूद के साथ संबंध थे ये पूरा शहर जानते थे. ये भाटी दो दिन में कैसे छूट जाता है? ये देवेंद्र फडणवीस और प्रधानमंत्री मोदीजी के साथ फोटो खिंचवाता है. उनके डिनर टेबल पर दिखता है. रियाज भाटी के जरिये फड़नवीस ने उगाही का धंदा चलवाया. रिया भाटी आज फरार है.

मलिक ने कहा कि इन सभी आरोपों के जवाब देवेंद्र फडणवीस दें. ये कुछ आरोप हैं, इसके अलावा भी देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ कई मामले हैं वो में आगे निकालेंगे.

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