गड़चिरोली में नक्सली हमले का शिकार हुई महाराष्ट्र पुलिस की टीम ने नक्सल प्रभावित इलाके से गुजरते समय सुरक्षा मानकों की अनदेखी की थी. एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र के गड़चिरोली जिले में नक्सली हमले की शिकार बनी पुलिस टीम ने अपनी आवाजाही की योजना बनाते समय स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) को नजरअंदाज किया.
बुधवार को गड़चिरोली में नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर वाहन को उड़ा दिया था, इस हमले में 15 पुलिसकर्मियों समेत सोलह लोगों की मौत हो गई थी.
नक्सलियों को पहले से थी पुलिसकर्मियों के आने की जानकारी
अधिकारी ने बताया कि शहीद जवान गड़चिरोली जिले की क्विक रेस्पॉन्स टीम के सदस्य थे. उन्हें सीआरपीएफ कर्मियों को चुनाव ड्यूटी के लिए पुरादा से बाहर ट्रांसफर किए जाने के बाद उनके स्थान पर तैनाती के लिए कुरखेड़ा से बुलाया गया था. अधिकारी ने कहा कि गड़चिरोली के पुरादा थानाक्षेत्र में माओवादी गतिविधियां पिछले कुछ दिनों के दौरान बढ़ गयी हैं.
उन्होंने कहा कि जहां हमला हुआ, वहां सीआरपीएफ कर्मियों की तैनाती से बेहतर गश्ती सुनिश्चित की जा सकती थी. दरअसल, माओवादियों को क्विक रेस्पॉन्स टीम की आवाजाही की सूचना पहले ही मिल गयी थी. ऐसे में उन्होंने सड़क के नीचे आईईडी लगा दिए और पुलिसकर्मियों को लेकर जा रहे निजी वाहन को निशाना बनाया.
उन्होंने कहा कि बुधवार तड़के पुरादा थानाक्षेत्र के दादापुर में माओवादियों ने 27 वाहनों में आग लगा दी थी. नक्सलियों को पता था कि इस आगजनी के बाद पुलिस टीम पुरादा भेजी जाएगी.
पुलिसकर्मियों को नहीं करना चाहिए था निजी वाहन का इस्तेमाल
अधिकारी ने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि पुलिस टीम ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन नहीं किया. दरअसल, ऐसी स्थिति में पुलिसकर्मियों को निजी वाहन का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए और पैदल जाना चाहिए.
अधिकारी ने कहा कि पुलिस टीम को खतरा भांप लेना चाहिए था और उन्हें घटनास्थल पर पहुंचने के लिए हड़बड़ी में निजी वाहन नहीं लेना चाहिए था.
जवानों की शहादत नहीं जाएगी व्यर्थः सीएम
इस बीच, मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने गड़चिरोली में कहा कि डीजीपी खुद ही पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और वह यह देखेंगे कि कहीं कोई चूक तो नहीं हुई, जिसकी वजह से यह त्रासदपूर्ण घटना हुई.
गड़चिरोली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद फडणवीस ने कहा, ‘‘नक्सली पिछले दो-तीन सालों में गड़चिरोली पुलिस द्वारा की गयी भारी कार्रवाई का बदला ले रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि इन जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.... और उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी. मैं फिलहाल इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता.’’
पुलिस महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल ने बुधवार को कहा कि नक्सली हमला खुफिया विफलता का परिणाम नहीं है. उन्होंने कहा कि पुलिस नक्सलियों को करारा जवाब देगी.
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