नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों ने उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के दावों की पोल खोल दी है. करीब एक साल की देरी के बाद NCRB ने देश में अपराध को लेकर डेटा जारी कर दिया है. तीन लाख FIR रजिस्ट्रेशन के साथ उत्तर प्रदेश अपराध के मामले में पहले नंबर पर है.
2016 में 29,75,711 केसों के मुकाबले, 2017 में देश में कुल 30,62,579 केस दर्ज किए गए.
सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 2017 में सबसे ज्यादा 3,19,084 मामले दर्ज किए गए. पूरे देश में दर्ज केसों में 10.1 फिसदी केवल यूपी में दर्ज हुए. लगातार तीसरी बार यूपी में अपराधों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. 2016 में यूपी में 2,82,171 और 2015 में 2,41,920 केस दर्ज किए गए थे.
उत्तर प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में दर्ज किए गए. NCRB के मुताबिक, 2017 में महाराष्ट्र में 2,88,879 FIR दर्ज की गईं. तीसरे नंबर पर 2,69,512 FIR के साथ मध्य प्रदेश है. 2,35,846 केस के साथ केरल चौथे और 2,32,066 केस के साथ दिल्ली पांचवें नंबर पर है.
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ समय पहले ही कहा था कि अपराधियों में डर बनाना, उनकी प्रमुख नीति है. हाल ही में आए आकंड़ें लेकिन राज्य की कोई और तस्वीर ही पेश कर रहे हैं.
महिलाओं के खिलाफ अपराध सबसे ज्यादा UP में
देश में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए. 2017 में देश के सबसे बड़े राज्य में महिलाओं के खिलाफ करीब 56,011 से ज्यादा केस रजिस्टर किए गए.
ये केस, महिलाओं की हत्या, रेप, दहेज को लेकर हत्या, आत्महत्या के लिए उकसाना, एसिड अटैक, महिलाओं के प्रति क्रूरता और किडनैपिंग के तहत दर्ज किए गए.
महिलाओं के किलाफ अपराध में भी महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है, जहां 2017 में 30,992 केस दर्ज किए गए.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)