दलितों के खिलाफ अपराध के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे. नेशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने देश में अपराध को लेकर आंकड़े जारी किये हैं. साल 2016 में दलितों के खिलाफ अत्याचार और अपराध के मामलों में 5.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. साल 2016 में पूरे देश में दलितों पर हुए अत्याचार के कुल 40,801 मामले दर्ज हुए थे. जबकि 2015 में इसकी संख्या 38,670 थी.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को 'भारत में अपराध-2016' नाम से रिपोर्ट जारी की है. जिसमें उत्तर प्रदेश में हत्या और महिलाओं के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
उत्तर प्रदेश कई मामलों में टॉप पर
दलितों पर अत्यचार के मामले में उत्तर प्रदेश लिस्ट में टॉप पर है. 2016 में उत्तर प्रदेश में दलितों पर हुए हिंसा के कुल 10426 मामले सामने आये हैं. मतलब पूरे देश में दलितों के खिलाफ हुए हिंसा का 25.6 फीसदी.
राज्यों में हत्या के दर्ज मामलों में भी उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है. देश में हत्या के कुल दर्ज मामलों का 16.1% मतलब 4,889 केस यूपी में दर्ज हुए हैं.
बिहार दूसरे नंबर पर, लेकिन हुए सुधार
वैसे अपराध के मामले में बिहार भी पीछे नहीं है. दलितों पर अत्याचार के मामलों में बिहार दूसरे नंबर पर है. बिहार में 2016 में 5701 मामले दर्ज हुए हैं. लेकिन पिछले 2 साल के आंकड़ों को देखे तो बिहार में दलितों के खिलाफ हिंसा के मामले में कमी आई है. साल 2014 में 7886 मामले दर्ज हुए थे जबकि 2015 में 6367 मामले.
हत्या के मामले में भी दूसरे नंबर पर बिहार है. देश में हत्या के कुल दर्ज मामलों का 8.4% बिहार में है. मतलब 2,281 मर्डर केस.
क्या है राजस्थान और MP का हाल?
राजस्थान और मध्य प्रदेश, दलितों के खिलाफ हिंसा के मामले में दूसरे और तीसरे नंबर पर है.
राजस्थान में दलितों पर हुए अत्याचार के कुल 5134 मामले दर्ज हुए हैं. मतलब देश में हुए कुल दर्ज मामलों का 12.6%.
वहीं मध्य प्रदेश इस मामले में चौथे नंबर पर है. मध्य प्रदेश में कुल 4922 मामले दर्ज हुए हैं. आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में साल 2014 में 3294 मामले और 2015 में 3546 मामले दर्ज हुए थे. तो ऐसे में एमपी में दलितों पर हुए हिंसा के मामले लगातार बढ़ते दिख रहे हैं.
मेट्रो सिटी भी दलित अत्याचार में पीछे नहीं
19 मेट्रोपॉलिटन सिटी पर नजर डालें तो दलितों के खिलाफ हुए हिंसा में लखनऊ पहले नंबर पर है. लखनऊ में कुल 262 मामले दर्ज किये गए हैं. वहीं पटना दूसरे और जयपुर तीसरे नंबर पर है.
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