भारत के बड़े बिजनेसमैन नेस वाडिया को जापान में दो साल की सजा सुनाई गई है. जापान की डिस्ट्रिक कोर्ट ने वाडिया को सजा सुनाई है. उन्हें ड्रग्स रखने के आरोप में ये सजा सुनाई गई है.वाडिया की जेब से करीब 25 ग्राम कैनेबिस रेजिन ड्रग्स मिलने के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी.
फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कस्टम ऑफिसर्स ने स्निफर डॉग्स की मदद से वाडिया को एयरपोर्ट पर ड्रग्स के साथ रंगे हाथों पकड़ा था. जिसके बाद वाडिया को जापान के नर्कोटिक्स कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था. गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में उनके केस की सुनवाई थी, जिसमें अब उन्हें सजा का फैसला सुनाया गया है.
नेस, वाडिया ग्रुप के चेयरमैन नुस्ली वाडिया के बड़े बेटे हैं. ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और गो एयर जैसी कंपनियों के मालिक हैं. ग्रुप की कंपनियों की कुल वेल्यू लगभग 13.1 अरब डॉलर (91,700 करोड़ रुपए) है.
कौन हैं नेस वाडिया?
नेस वाडिया बॉम्बे डाइंग के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर थे. यह वाडिया ग्रुप की प्रमुख कंपनी है. लेकिन उन्होंने अपने इस पद से साल 2011 में इस्तीफा दे दिया था. नेस वाडिया इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम किंग्स इलेवन पंजाब के को-ओनर भी हैं. नेस वाडिया की मां मौरीन वाडिया एक फैशन मैगजीन ग्लैडरैग्स की मालकिन हैं. मौरीन ने कहा था कि मेरा बेटा जेब्रा से शादी करे या जिंटा से करे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है.
नेस वाडिया के पास मिला कौन सा ड्रग्स
हशीश भांग के पौधे से तैयार गया एक नशीला पदार्थ है. हशीश का इस्तेमाल लोग सिगरेट, हुक्का, बीड़ी, इंजेक्शन के जरिए नशे के लिए करते हैं. गांजा शरीर के लिए हानिकारक है और इसके उत्पादन और बिक्री करने वाले पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है.
गांजा एक पैधे से निकलने वाला एक नैचुरल हर्ब होता है. इसका साइंटिफिक नाम Cannabis Sativa होता है. गांजे को Cannabis,marijuana और वीड जैसे नामों से भी जाना जाता है. भारत में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे ठंडे क्षेत्रों में होता है. इसके पौधे की पत्ती, फूल और जड़ों को सुखाकर गांजा तैयार किया जाता है
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