लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनातनी के बीच साइबर इंटेलिजेंस पर काम करने वाली फर्म Cyfirma ने कहा है कि चीन से जुड़े ग्रुप भारतीय कंपनियों, मीडिया हाउस, कारोबारी संस्थानों पर साइबर अटैक कर सकते हैं. इसके साथ ही भारत में कंप्यूटर सिक्योरिटी पर काम करने वाली नोडल एजेंसी कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT) ने भी देश के नागरिकों के लिए एक अहम एडवाइजरी जारी है.
CERT की एडवाइजरी में बताया गया है कि भारत में 21 जून से टारगेटेड तरीके से देशभर में फिशिंग अटैक हो सकता है. इसमें फेक ID के जरिए आपको कोई इमेल आएगा और अगर वो अनजाना ई-मेल आप खोलते हैं और किसी लिंक पर क्लिक करते हैं तो आप भी इस साइबर अटैक के शिकार हो सकते हैं.
CERT के मुताबिक 'कुछ लोग बड़े स्तर पर भारत के लोगों और कारोबारों के खिलाफ फिशिंग अटैक करने की तैयारी कर रहे हैं. इन साइबर हमलावरों के निशाने पर खासतौर से सरकारी दफ्तर, विभाग, ट्रेड एसोशिएशन पर रह सकता है. ये अटैकर्स दावा कर रहे हैं कि इनके पास 20 लाख लोगों की ई-मेल आईडी हैं.'
कैसा दिखेगा फिशिंग ई-मेल?
साइबर अटैकर्स के पास लाखों लोगों की ई-मेल ID है. ये अटैकर्स कुछ ऐसे दिखने वाले सब्जेक्ट के साथ मेल भेज सकते हैं. Subject: free COVID-19 testing for all residents of Delhi, Mumbai, Hydrabad, Chennai and Ahmedabad. साथ ही जिस ई-मेल ID से मेल आएगा वो दिखने में काफी कुछ सरकारी ई-मेल आईडी जैसी हो सकती है. 'ncov2019gov.in' इस तरह से.
इन कंपनियों पर हो सकता है अटैक
Cyfirma ने CERT को बताया है कि कई कंपनियों के नाम लिस्ट में शामिल हैं जिन पर साइबर अटैक हो सकता है. ये कंपनियां हैं. MRF टायर्स, एयरटेल, BSNL, सनफार्मा, सिप्ला, रिलायंस जियो, हिंदुस्तान टाइम्स, टाइम्स ऑफ इंडिया, रिपब्लिक टीवी आदि.
इनसे बचने के लिए क्या करें?
- अनजाने मेल के अटैचमेंट न खोलें. मेल में अगर कोई यूआरएल दिया हो तो उस पर भी क्लिक न करें. अगर यूआरएल देखने में सही लगता है तो मेल को बंद करके ब्राउजर से सर्च करके वेबसाइट पर जाइए. उसी लिंक से न खोलें.
- अपने ई-मेल को एनक्रिप्ट करें. अपने साथी यूजर्स को भी मेल एनक्रिप्ट करने के लिए कहें.
- कोई भी मेल खोलते समय सतर्कता बरतें. भले ही आप यूजर को जानते हों फिर भी सतर्क रहें.
- जिन मेल्स पर संदेह हो उनको डिलीट कर दें और उस पते को ब्लॉक कर दें.
- फिशिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले डोमेन का खास खयाल रखें. मिलती जुलती स्पेलिंग, स्पेलिंग में गड़बड़ियों पर पैनी नजर रखें. ऐसे मेल को न खोलें.
- अपने स्पैम फिल्टर को अपडेट करें और ताजा स्पैम मेल को अपडेट करें.
- किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में incident@cert-in.org.in पर जाकर रिपोर्ट करें.
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