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स्वामी का सिपर जब्त किए जाने के दावे पर NIA का जवाब- ‘ये झूठ है’

पर्किंसन बीमारी से पीड़ित स्टेन स्वामी को भीमा कोरेगांव केस में पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था. 

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स्टेन स्वामी को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की तरफ से उनका सिपर नहीं दिए जाने पर चल रही खबरों के बीच एजेंसी ने बयान जारी किया है. एजेंसी ने उन सभी दावों को 'गलत' और 'शरारतपूर्ण' बताया है, जिसमें ये कहा जा रहा था कि फादर स्टेन स्वामी का स्ट्रॉ और सिपर जब्त कर लिया गया है. एजेंसी ने इस बात पर भी सफाई दी है कि सिपर और स्ट्रॉ की मांग पर 20 दिन बाद जवाब दिया है.

पर्किंसन बीमारी से पीड़ित स्टेन स्वामी को भीमा कोरेगांव केस में पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था. वो महाराष्ट्र की तलोजा जेल में बद हैं.

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नवंबर के पहले हफ्ते में स्टेन स्वामी ने कोर्ट के समक्ष एक आवेदन में कहा था कि उनका स्ट्रॉ और सिपर लौटा दिया जाए, क्योंकि वो जिस बीमारी से जूझ रहे हैं, उसमें बिना सिपर के काम चलाना मुश्किल है. अब NIA की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ये दावा गलत है कि एजेंसी ने स्वामी का स्ट्रॉ और सिपर रखा है.

बयान में कहा गया है, ''स्टेन स्वामी को गिरफ्तार किए जाने के बाद, NIA ने चार्जशीट समेत मुंबई में स्पेशल कोर्ट के सामने 9 अक्टूबर को पेश किया था और उनकी पुलिस कस्टडी नहीं ली. सभी जरूरी कानूनी औपचारिकताओं जैसे मेडिकल एग्जामिनेशन को सही तरीके से करा लिया गया. तब से आरोपी स्टेन स्वामी तलोजा सेंट्रल जेल में जुडिशियल कस्टडी में हैं.''

बयान में आगे लिखा है कि,'' करीब एक महीने बाद 6 नवंबर 2020 को आरोपी ने मुंबई के NIA कोर्ट में स्ट्रॉ और सिपर के लिए आवेदन दाखिल किया, (जिसमें झूठा दावा था कि ये NIA के पास है)''

कोर्ट के निर्देश के बाद NIA ने 26 नवंबर को जवाब दाखिल किया, जिसमें कहा गया कि 'NIA ने इंडिपेंडेंट चश्मदीदों की मौजूदगी में पर्सनल सर्च किया और वहां कोई स्ट्रॉ और सिपर नहीं मिला था.'

26 नवंबर को कोर्ट ने जेल प्रशासन को स्ट्रॉ और सिपर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. NIA का कहना है कि स्टेन स्वामी अभी जुडिशियल कस्टडी में हैं तो ये उनके और जेल प्रशासन के बीच का मामला है.''

रिपोर्ट्स में ऐसा दावा हो रहा है कि NIA ने आरोपी स्टेन स्वामी से स्ट्रॉ और सिपर बरामद किया था और स्वामी की स्ट्रॉ और सिपर लौटाने की याचिका पर जवाब देने के लिए 20 दिन का वक्त मांगा था, ये झूठ और शरारतपूर्ण है. NIA ने कोई भी स्ट्रॉ और सिपर बरामद नहीं किया और बताए जा रहे आवेदन के जवाब के लिए 20 दिन का वक्त नहीं मांगा था.

न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में जेल के एक अधिकारी ने कहा है कि हमने स्टेन स्वामी को महज स्ट्रॉ और सिपर से कहीं ज्यादा मुहैया कराया है. उनको व्हीलचेयर, चलने के लिए छड़ी, वॉकर और दो अटेंडेंट भी दिए गए हैं.

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